Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

विश्व कप ट्रॉफी विवाद पर आईसीसी प्रेसीडेंट कमाल का इस्तीफा

Published

on

ढाका,आईसीसी,अध्यक्ष,बांग्लादेश,मुस्तफा-कमाल

Loading

ढाका। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष बांग्लादेश के मुस्तफा कमाल ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। कमाल विश्व कप ट्रॉफी प्रदान करने का मौका आईसीसी चेयरमैन एन. श्रीनिवासन को दिए जाने से नाराज थे। बांग्लादेश की समाचार वेबसाइट बीडीन्यूज24 डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक संवाददाता सम्मेलन में कमाल ने कहा कि वह आईसीसी के नियमों के हुए उल्लंघन के विरोध में अपना इस्तीफा दे रहे हैं। कमाल के मुताबिक यह उनका आखिरी फैसला है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।

उल्लेखनीय है कि रविवार को विश्व कप फाइनल के बाद आईसीसी चेयरमैन एन. श्रीनिवासन ने विश्व कप ट्रॉफी विजेता टीम आस्ट्रेलिया को प्रदान की थी। आईसीसी के नियमों में जनवरी में हुए बदलाव के अनुसार विश्व कप ट्रॉफी अध्यक्ष द्वारा प्रदान की जानी चाहिए, लेकिन रविवार को मैच के बाद श्रीनिवासन ने आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क को यह ट्रॉफी दी। कमाल के अनुसार, यह आईसीसी के नियमों का उल्लंघन है।

आस्ट्रेलिया मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर खेले गए फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराकर पांचवीं बार विश्व खिताब जीतने में कामयाब रहा। ऐसा माना जा रहा है कि कमाल द्वारा भारत-बांग्लादेश के बीच हुए मैच के बाद अंपायरिंग की आलोचना करने के विवाद का श्रीनिवासन ने फायदा उठाया और ट्रॉफी प्रदान करने के लिए आईसीसी के अन्य सदस्यों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे। उल्लेखनीय है कि पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कमाल मौजूद नहीं थे। कमाल ने दो दिन पहले ही आईसीसी में चल रही गड़बड़ियों को उजागर करने की भी चेतावनी दी थी।

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने भी भारत-बांग्लादेश के बीच क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान हुई खराब अंपायरिंग की शिकायत आधिकारिक तौर पर मंगलवार को आईसीसी से दर्ज कराई। बीसीबी के मुख्य कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी ने मंगलवार को बताया कि बोर्ड 19 मार्च को हुए इस मैच में खराब अंपायरिंग से संबंधित शिकायत दर्ज करा चुका है।

मुख्य समाचार

सपा नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को बताया बेकार, कहा- उसका नक्शा ठीक नहीं

Published

on

Loading

मैनपुरी। समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के राम मंदिर पर विवादित बयान दिया है जिसपर बवाल मच गया है। रामगोपाल यादव ने कहा कि ‘वो मंदिर तो बेकार का है, मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते हैं। पुराने मंदिर देख लीजिए दक्षिण से से लेकर उत्तर तक देख लीजिए। नक्शा ठीक नहीं बना है उसका। वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया है।

वहीं उनके बयान पर बीजेपी ने जोरदार पलटवार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “इंडी अलायंस का असली सनातन विरोधी चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बेकार है। ये ठीक से बना नहीं है। इसका नक्शा ही खराब है. ये यूजलेस है। देख लीजिए, इसका वास्तु ही खराब है। पहले इन लोगों ने राम भक्तों का विरोध किया. फिर राम भक्ति को पाखंड बताया. फिर राम जी के अस्तित्व पर सवाल उठाया और अब राम मंदिर पर ही हमला कर रहे हैं। केवल समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि इससे पहले कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को इवेंट बताते हुए कैसे उसका बहिष्कार किया।

राम मंदिर को लटकाना, अटकाना, भटकाना ये कांग्रेस पार्टी ने लगातार किया है। वहीं, आरजेडी ने कहा कि राम मंदिर गुलामी की निशानी है. रामचरित मानस पर इन लोगों ने हमला किया और अब ये लोग किस तरह से राम मंदिर पर अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं. करोड़ों राम भक्तों ने किस तरह से सैकड़ों वर्षों तक इंतजार किया, तब जाकर राम मंदिर बना, लेकिन आज वो कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा , “क्या किसी और धर्म स्थल के बारे में वो ऐसा बोलेंगे। कतई नहीं बोला जा सकता और ना ही बोला जाना चाहिए, लेकिन केवल हिंदुओं को गाली देना इनका काम है ताकि वोट बैंक की थाली सजी रहे। कभी राहुल गांधी कहते हैं कि मैं शक्ति का विरोध कर रहा हूं। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन एक बीमारी है. खरगे जी ने कहा कि राम बनाम शिव करना है। ये आए दिन हिंदू धर्म के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करते रहते हैं और अब कहा जा जा रहा है कि राम मंदिर ही बेकार है, उसका ढांचा ही ठीक नहीं है।

 

Continue Reading

Trending