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अन्तर्राष्ट्रीय

इराक में आत्मघाती हमले में 6 मरे

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बगदाद| इराक की राजधानी बगदाद के उत्तरी हिस्से में मंगलवार को शिया तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में कम से कम छह व्यक्ति मारे गए। मरने वालों में ईरान के चार नागरिक भी शामिल हैं। प्रेस टीवी की रपट के अनुसार, पुलिस ने इसकी पुष्टि की है कि बगदाद से 20 किलोमीटर उत्तर में ताजी कस्बे में आतंकवादियों के हमले में छह व्यक्तियों की मौत हो गई।

बस में शिया तीर्थयात्री सवार थे, जो पवित्र धर्मस्थल समारा से लौट रहे थे। बस एक गैस स्टेशन पर रुकी थी और यात्री बस से नीचे उतर ही रहे थे कि आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा दिया। हमले की अब तक किसी आतंकवादी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन हमला इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादियों जैसा ही था। उल्लेखनीय है कि आतंकवादी संगठन आईएस ने इराक और पड़ोसी देश सीरिया के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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