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प्रादेशिक

बिलासपुर में सिप्रोसिन दवा ने फिर 2 जान ली

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बिलासपुर| छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित जहरीली दवा सिप्रोसिन ने फिर दो लोगों की जान ले ली। गुरुवार को एक बुजुर्ग की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस तरह अब तक 15 महिलाओं समेत 18 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी शिविरों में महिलाओं को ऑपरेशन के बाद यही दवा दी गई थी। बिलासपुर संभाग के आयुक्त सोनमणि बोरा ने बताया कि निजी अस्पताल और छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में दो लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बीमार लोगों का उपचार जारी है।

उन्होंने बताया कि कुछ लोग सर्दी, खांसी और बुखार होने पर तखतपुर व आसपास क्षेत्र के लोग उपचार के लिए गनियारी क्षेत्र के एक निजी चिकित्सक के पास गए थे। निजी चिकित्सक ने मरीजों को सिप्रोसिन 500 एमजी एंटीबायोटिक, पैरासीटामोल, सेट्रिजीन आदि दवाएं दी थीं। इसके बाद गुरुवार से सिप्रोसीन दवा का सेवन करने वाले लोगों को उल्टी, शरीर में सूजन की शिकायत हुई।

गंभीर रूप से बीमार पेंडारी निवासी अंजोरी सूर्यवंशी (75) समेत आधा दर्जन मरीजों को सिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार रात अंजोरी ने दम तोड़ दिया था। वहीं शुक्रवार को गंभीर रूप से पीड़ित मंडरीपारा घुटकू निवासी मदनलाल सूर्यवंशी पिता मथुरा प्रसाद सूर्यवंशी (35) की मंगला चौक स्थित नारायणी हॉस्पिटल में मौत हो गई।

हर्िी थाना क्षेत्र के ग्राम मेढपारा निवासी महिला हरकुंवर (60) का भी सिम्स में उपचार चल रहा था, जिसने दोपहर में दम तोड़ दिया। दूसरी ओर, नसबंदी के बाद तबीयत बिगड़ने से अब तक 15 महिलाओं की जान जा चुकी है।

दवा खाने से हालत बिगड़ने पर तखतपुर थाना क्षेत्र के टिकरीपारा निवासी महिला अघनिया ठाकुर (62), रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भरवीडीह निवासी रिया भार्गव (7), कोनी थाना क्षेत्र के निरतू निवासी सरस्वती बाई (60), तखतपुर निगारबंद निवासी अमित पिता प्रदीप कश्यप (27), बुधवाकापा जरहागांव निवासी मुनीराम कश्यप (60), करगीरोड कोटा की रहने वाली प्रवीणा (50) और जबड़ापारा सरकंडा की रहने वाली निधि यादव (3) को सिम्स में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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