Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अगस्त का महीना और हादसा: सरकारी दवा खाने से 161 बच्चे अस्पताल में भर्ती, एक की मौत

Published

on

Loading

मुंबई। बीएमसी द्वारा संचालित एक विद्यालय में दवा की खुराक लेने के बाद एक छात्रा की मौत हो गई और इससे कम से कम 161 विद्यार्थी बीमार हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बीएमसी आपादा नियंत्रक के अधिकारियों ने कहा, पीड़िता की पहचान 12 वर्षीय चांदनी मोहम्मद शेख के रूप में हुई है। वह पूर्वी मुंबई के गोवंडी उपनगर की निवासी थी और संजय नगर बीएमसी स्कूल नंबर 2 में पढ़ती थी।

जैसे ही चांदनी की मौत की खबर फैली, बैंगनवाड़ी इलाके में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। पेट दर्द, उल्टी और चक्कर की शिकायत करने वाले अन्य 161 विद्यार्थियों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी पद्मजा केसकर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चांदनी को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत टेबलेट दिया गया था। केसकर ने अपनी रिपोर्ट में कहा, उसे छह अगस्त को टेबलेट दिया गया था। वह अगले दिन विद्यालय से अनुपस्थित रही, लेकिन आठ और नौ अगस्त को विद्यालय आई थी। नौ अगस्त की रात उसने उल्टी की और उसके बाद उसकी मौत हो गई।

घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल और गोवंडी के शताब्दी अस्पताल में जिन विद्यार्थियों को भर्ती कराया गया था, उनमें से 35 को निगरानी में रखा गया है, जबकि अन्य को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। चांदनी के माता-पिता ने अपनी बेटी की मौत के लिए बीएमसी के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। पीड़िता के पिता शाहिद अली शेख ने कहा, ये टेबलेट अच्छे नहीं थे। प्रत्येक वर्ष, विद्यालय हमसे हमारे बच्चों को कोई भी दवा या सूई देने से पहले अनुमति लेता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि दवाई लेने के बाद उसने पेट व छाती में दर्द की शिकायत की थी।

शेख ने कहा, पहले डॉक्टरों ने कहा कि यह कफ है और एक्सरे किया। बाद में उसने उल्टी शुरू कर दी और उसकी मौत हो गई। बीएमसी ने कहा कि पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मौत के वास्तविक कारणों का पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या उसे पहले से कोई रोग था। कई चिंतित अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे उल्टी करने लगे और चक्कर व पेट दर्द की शिकायत की, जिसके बाद बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। केसकर ने कहा कि केंद्रीय योजना के अंतर्गत पूरे देश में ऑयरन, फॉलिक एसिड और कृमि का टेबलेट दिया जाता है, लेकिन कहीं से भी किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं आई थी।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending