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खेल-कूद

कोलकाता एकदिवसीय : भारत ने श्रीलंका को 153 रनों से हराया

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कोलकाता| रोहित शर्मा (264) की मैराथन पारी की मदद से भारत ने गुरुवार को इडन गार्डन्स स्टेडियम में हुए सीरीज के चौथे एकदिवसीय मैच में श्रीलंका को 153 रनों से करारी मात दे दी। श्रीलंकाई टीम शुरू से ही भारत से मिले 405 रन के पहाड़ सरीखे लक्ष्य के दबाव में नजर आई और 43.1 ओवरों में 251 रन बनाकर ढेर हो गई।

बड़े स्कोर की पीछा करते हुए श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और 50 रन जोड़ने में उसके शुरुआत चार बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (75) ने लाहीरू थिरिमाने (59) के साथ पांचवें विकेट की साझेदारी में 118 रन जोड़कर टीम को स्थिरता प्रदान की। मैथ्यूज और थिरिमाने ने तेज साझेदारी निभाई, लेकिन 29वें ओवर की पांचवीं गेंद पर मैथ्यूज जब अक्षर पटेल का शिकार हुए तब भी श्रीलंका के सामने 11 से अधिक के औसत से रन बनाने का लक्ष्य था।

थिरिमाने ने छठे विकेट के लिए एक बार फिर थिसारा परेरा (29) के साथ तेजी से 52 रन जोड़े, लेकिन वे रन गति को अपेक्षित नहीं रख सके और श्रीलंका के लिए लक्ष्य रन गति लगातार बढ़ती रही। श्रीलंका जीत नहीं तो एक अच्छे चेज की ओर जरूर बढ़ रहा था तभी धवल कुलकर्णी ने लगातार दो ओवरों में दो-दो विकेट चटकाकर रही सही कसर भी पूरी कर दी। कुलकर्णी ने चार जबकि उमेश यादव, स्टुअर्ट बिन्नी और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट चटकाए।

इससे पहले, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की पारी का मुख्य आकर्षण रोहित शर्मा रहे जिन्होंने 173 गेंदों की पारी में 33 चौके और नौ छक्के लगाए।
इसके साथ ही रोहित पहले ऐसे बल्लेबाज भी बन गए जिन्होंने दो बार एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया है। साथ ही उन्होंने एकदिवसीय पारी में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत रन बनाने के विरेंद्र सहवाग (219) के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।

रोहित की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के सामने पूरी तरह असहाय दिख रहे श्रीलंकाई गेंदबाजों ने आखिरी 10 ओवरों में 129 रन लुटाए। रोहित के प्रचंड फॉर्म को इस बात से भी समझा जा सकता है कि रोबिन उथप्पा (16 नाबाद) के साथ पांचवें विकेट की साझेदारी में जुटाए 128 रनों में उन्होंने 109 रनों का योगदान दिया। रोहित ने इससे पहले कप्तान विराट कोहली (66) के साथ तीसरे विकेट के लिए 155 गेंदों पर 202 रनों की साझेदारी की। दोनों खिलाड़ियों ने न केवल भारत को शुरुआती झटके से उबारा बल्कि तेजी से रन भी बटोरे।

कोहली ने भी रन आउट होने से पहले 64 गेंदों की पारी में छह चौके लगाए। इससे पहले शिखर धवन की जगह टीम में शामिल किए रोहित ने अंजिक्य रहाणे (28) के साथ पारी की शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 40 रन जोड़ने में कामयाब रहे। रहाणे को हालांकि आठवें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज ने चलता कर श्रीलंका को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए अंबाती रायडू (8) भी कुछ देर बाद शामिंडा इरांगा की गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। सुरेश रैना 11 रन बनाकर आउट हुए। श्रीलंका की ओर से मैथ्यूज ने दो जबकि इरांगा ने एक विकेट हासिल किया।

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खेल-कूद

मेरी व्यक्तिगत इच्छा है कि रिंकू सिंह टी 20 वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनाए: शाहरुख खान

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मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान ने आगामी टी-20 विश्व कप के लिए अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह को भारतीय टीम में शामिल करने का सपोर्ट किया है। शाहरुख की इच्छा है कि रिंकू सिंह टी 20 वर्ल्ड कप खेलें। रिंकू की विश्व कप संभावनाओं को लेकर शाहरुख ने कहा, “ऐसे अद्भुत खिलाड़ी देश के लिए खेल रहे हैं। मैं वास्तव में रिंकू, इंशाअल्लाह और अन्य टीमों के कुछ अन्य युवाओं के विश्व कप टीम में होने का इंतजार कर रहा हूं। उनमें से कुछ इसके हकदार हैं, लेकिन मेरी व्यक्तिगत इच्छा है कि रिंकू टीम में जगह बनाये, मुझे बहुत खुशी होगी। वह मेरे लिए सर्वोच्च बिंदु होगा।”

शाहरुख़ ने आगे कहा, ‘मैं बस यही चाहता हूं कि वे खुश महसूस करें और जब मैं इन लड़कों को खेलते हुए देखता हूं, तो मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं खुद एक खिलाड़ी के रूप में जी रहा हूं। खासकर रिंकू और नितीश जैसे खिलाड़ियों में मैं खुद को उनमें देखता हूं। जब वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो मुझे वास्तव में खुशी होती है।” ऐसी दुनिया में जहां सफलता को अक्सर विशेषाधिकार और अवसर के साथ जोड़ा जाता है, शाहरुख खान और रिंकू सिंह की कहानियां एक अनुस्मारक के रूप में काम करती हैं कि महानता लचीलापन, दृढ़ संकल्प और सभी बाधाओं के बावजूद अपने सपनों को आगे बढ़ाने के साहस से पैदा होती है।’

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक श्रमिक वर्ग के परिवार में जन्मे रिंकू सिंह को क्रिकेट स्टारडम की राह में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। साधारण परिवेश में पले-बढ़े रिंकू के परिवार को गुजारा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था, उनके पिता एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी मैन के रूप में काम करते हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं। सफाईकर्मी की नौकरी की पेशकश के बावजूद, रिंकू ने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून का पालन किया, उनका मानना ​​था कि यह उन्हें अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

 

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