Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

पत्रकारों के महाकुम्भ के लिए लखनऊ तैयार, रीजनल जर्नलिस्ट कॉन्फ्रेंस का होगा आयोजन

Published

on

Loading

लखनऊ। उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ। उसी लखनऊ का सीएमएस ऑडिटोरियम। इस ऑडिटोरियम में आयोजित होने जा रहा है नेशनल मीडिया क्लब की ओर से उत्तर प्रदेश का पहला आंचलिक पत्रकार सम्मेलन। इस कार्यक्रम के लिए दिन चुना गया 30 मई यानी हिंदी पत्रकारिता दिवस का। पत्रकारों के इस महाकुम्भ का हिस्सा बनेंगे उत्तर प्रदेश के लगभग 800 पत्रकार। पत्रकारों के अलावा इस कार्यक्रम में कई अन्य दिग्गज भी शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक इसकी अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और डॉ। दिनेश शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। सुबह दस बजे इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी। 10 से 6 बजे तक क्षेत्रीय पत्रकारिता कांफ्रेंस होगी। उसके बाद छह से रात दस बजे से तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ‘आज की द्रौपदी’ कार्यक्रम का मंचन सुरभि सिंह के द्वारा किया जाएगा जबकि काव्य पाठ भारत की प्रसिद्द कवियत्री कविता तिवारी करेंगी।

इस तरह के कार्यक्रम जिसमे आंचलिक पत्रकारों को स्वाभिमान का एक मंच दिया जाए उस दिन के लिए हिंदी पत्रकारिता दिवस से मौजू दिन भला कौन सा हो सकता है? इसी दिन यानी 30 मई को ही पंडित युगुल किशोर शुक्ल ने 1826 में पहला हिन्दी अख़बार उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरम्भ किया था। तब से लेकर आज तक इस दिन को हिंदी पत्रकरिता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस कार्यक्रम का आयोजन नेशनल मीडिया क्लब कर रहा है। नेशनल मीडिया क्लब के फाउंडर रमेश अवस्थी की ओर से की जा रही ये पहल सराहनीय है। ये सराहना झलकती है इस कार्यक्रम के स्लोगन से, ‘मैं नहीं हम’। इस पत्रकार सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय पत्रकारिता के समक्ष बदले समय में आ रही चुनौतियां और उनसे निपटने पर विचार-विमर्श करना है। यहां सभी पत्रकारों को मिलेगा एक मंच जहां से वो उन संपादकों और वरिष्ठ पत्रकारों से सीधा संवाद कर सकेंगे जो पत्रकारिता करते हुए नीति-निर्धारकों पर अपना असर डालते हैं।

नेशनल

सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

Published

on

Loading

उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

Continue Reading

Trending