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यू-ट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी, चार को घायलकर महिला ने खुद को मारी गोली

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कैलिफोर्निया। आतंकवादियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो कभी भी कहीं भी आतंक मचा सकते हैं। अब अमेरिका में भी गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई हैं। हर महीने करीब—करीब दो तीन बार गोलीबारी की खबरें मीडिया में आ जाती हैं। इस बार कैलिफोर्निया में यू-ट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी हुई है जिसमें चार लोग घायल हो गए हैं।

चौकाने वाली बात तो ये है कि गोलीबारी यहां पर एक महिला ने की है। अंत में महिला ने स्वयं को गोली मार ली। जिससे उसकी मौत हो गई।
सैन ब्रूनो पुलिस चीफ एड बारबेरिनी के मुताबिक यू-ट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी करने वाली महिला बंदूकधारी बिल्डिंग के अंदर मृत मिली है। अधिकारी को कहना है कि बंदूकधारी इस महिला ने खुद को गोली मार कर खत्म कर लिया है।

गोलीबारी के दौरान घटनास्थल पर हुई भगदड़ में चार लोगों के घायल होने की खबर है। फायरिंग की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया और लोगों को यहां से दूर किया गया। घटनास्थल पर एंबुलेंस के पहुंचते ही पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया। घायलों में से एक की हालत गंभीर है। इस गोलीबारी के बाद यू-ट्यूब ऑफिस को भी बंद कर दिया गया है।

अधिकारियों ने कहा कि गोलीबारी में घायल चार लोगों में से एक को बंदूकधारी महिला जानती थी। एक अमेरिकी न्यूज चैनल के अनुसार घायल युवक को संदिग्ध हमलावर महिला शूटर का प्रेमी बताया जा रहा है। गोलीबारी में घायल दो महिलाओं में से एक की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि दूसरी की स्थिति में काफी सुधार हो रहा है।

इस पूरी घटना पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने दुखद बताया है। उन्होंने इस गोलीबारी की घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने बयान में कहा, ”यू-ट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी की दुखद घटना को शब्दों में बया नहीं किया जा सकता है। यू-ट्यूब की सीईओ सुसान वोजिकी और मैं इस मुश्किल घड़ी में कर्मचारियों और यू-ट्यूब कम्युनिटी को सपोर्ट करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।’

पिचई ने पुलिस का शुक्रिया करते हुए कहा कि अब हर किसी को सुसान और यू-ट्यूब टीम के समर्थन में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब कर्मचारी लंच कर रहे थे, तभी गोलीबारी हुई। सुरक्षा कर्मियों ने फौरन कर्मचारियों को बिल्डिंग से बाहर निकाला। इसी के साथ ही हर एक की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई।

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भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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