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अन्तर्राष्ट्रीय

दो बच्चों की मां ने 80 शादीशुदा मर्दों के साथ किया सेक्स, ये थी वजह

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लंदन। इंग्लैंड में एक महिला ने कबूला है कि उसने एक दो नहीं बल्कि 80 शादीशुदा मर्दों से सेक्‍स संबंध बनाए हैं। ऐसा उसने अपने डॉक्टर पति की मौत होने के बाद किया था। लुइस वैन डर वेल्डे 43 वर्ष की ऐसी महिला हैं। वो दो बच्चों की भी मां हैं। उनका कहना है कि वह हर दिन को जिंदगी का आखिरी दिन मानकर जीती हैं। यही कारण है कि उन्‍होंने ढेर सारे प्रेमियों के साथ अफेयर किया।

80 मर्दों के साथ यौन सुख लेने वाली वेल्डे खुद को सेक्स एंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट, टीवी प्रेजेंटर, लेखिका और पब्लिक स्पीकर बताती हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रेमी या प्रेमिका की तलाश में होते हैं, वे वैलेंटाइन डे के कुछ हफ्तों बाद बेहद व्यस्त हो जाते हैं। चूंकि लोगों को तभी मालूम पड़ता है कि वह नीरस संबंधों में थे। दो बच्चों की मां के अनुसार, “मेरे प्रेमियों की पत्नियों को अक्सर पता होता है कि वे लोग उन्हें धोखा दे रहे हैं, मगर वे उनकी इस हरकत को नजरअंदाज कर देती हैं।

ऐसा इसलिए क्योंकि वे महिलाएं जानती हैं कि उन लोगों के बीच अच्छे संबंध नहीं पनप पा रहे हैं।” बकौल वेल्डे, “पारंपरिक शादी की काउंसिलिंग आमतौर पर विफल साबित होती है। यह उस मॉडल पर आधारित होती है, जिसे 150 सालों से नहीं बदला गया है। जीवन से लेकर मौत तक यही चलता रहता है।

यह इंसानी प्रकृति के अनुसार नहीं होता। प्यार और जुनून को दांपत्य जीवन में लाने के कई और रास्ते भी हैं। यही कारण है कि मैं अपनी जिंदगी को भरपूर आनंद के साथ जीती हूं। लोगों को इस बारे में बताती हूं कि प्यार का भविष्य मेरे काम में है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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