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विश्व कप : भारत की लगातार तीसरी जीत, यूएई को 9 विकेट से हराया

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पर्थ | भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार को वेस्टर्न आस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-बी मुकाबले में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को नौ विकेट से हरा दिया। यह भारत की लगातार तीसरी जीत है। भारत ने पहले तो यूएई को 102 रनों पर ऑल आउट कर दिया, फिर रोहित शर्मा (नाबाद 57) और विराट कोहली (नाबाद 33) की बदौलत 18.5 ओवरों में मैच जीत लिया। भारत ने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (14) के रूप में एकमात्र विकेट गंवाया।

धवन का विकेट 29 के कुल योग पर गिरा। धवन ने 17 गेंदों पर तीन चौके लगाए। रोहित की 55 गेंदों की पारी में 10 चौके और एक छक्का शामिल हैं, जबकि कोहली ने 41 गेंदों पर पांच चौके लगाए। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 74 गेंदों पर 75 रनों की नाबाद साझेदारी की। इस मैच में चार विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। विश्व कप-2015 में पहली बार कोई सम्बद्ध टीम अपनी हैसियत के दायरे में रहकर खेली। इससे पहले हालांकि स्कॉटलैंड और आयरलैंड जैसी टीमें अपनी हैसियत से बढ़कर खेल दिखा चुकी हैं। बहरहाल, इस आसान जीत ने भारत को पूल-बी में शीर्ष पर मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारत ने अपने पहले मैच में पाकिस्तान और दूसरे मैच में द. अफ्रीका को हराया है। भारत को अब छह मार्च को अपने चौथे मैच में इसी मैदान पर वेस्टइंडीज से भिड़ना है।

दूसरी ओर, अपना दूसरा विश्व कप खेल रहा यूएई भारत के अलावा अपने बाकी के भी दो मैच जिम्बाब्वे और आयरलैंड के खिलाफ गंवा चुका है। वह सात टीमों वाले पूल-बी में छठे स्थान पर है। इससे पहले, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी यूएई की टीम भारतीय गेंदबाजों का 31.3 ओवरों तक ही सामना कर सकी। यूएई की ओर से शैमान अनवर ने सबसे अधिक 35 रन बनाए। खुर्रम खान ने 14 रनों का योगदान दिया। शैमान ने मंजूला जी. (नाबाद 10) के साथ अंतिम विकेट के लिए 31 रनों की साझेदारी की। एक समय यूएई ने मात्र 71 रनों पर अपने नौ विकेट गंवा दिए थे, लेकिन शैमान और मंजूला उसे 100 के ऊपर ले जाने में सफल रहे। शैमान ने 49 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके लगाए।

खान ने 28 गेंदों पर एक चौका लगाया जबकि शैमान के साथ 44 गेंदों तक भारतीय गेंदबाजों को परेशान करने वाले मंजूला ने 16 गेंदों का सामना कर एक चौका लगाया। भारत ने 13 रन अतिरिक्त के तौर पर दिए। यूएई के आठ बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके। यूएई की टीम का यह विश्व कप में न्यूनतम स्कोर है।भारत की ओर से करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट लिए जबकि रवींद्र जडेजा और उमेश यादव को दो-दो विकेट मिले। भुवनेश्वर कुमार और मोहित शर्मा ने भी एक-एक सफलता हासिल की।

अश्विन ने पहली बार एकदिवसीय करियर में मैच में चार विकेट लिए। वह विश्व कप में भारत की ओर से एक मैच में चार या उससे अधिक विकेट झटकने वाले भारत के तीसरे गेंदबाज हैं। युवराज सिंह दो मौकों पर ऐसा कर चुके हैं। एक मौके पर युवराज ने पांच विकेट भी लिए हैं। अश्विन के अलावा अनिल कुम्बले ने 2003 विश्व कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ चार विकेट लिए थे।

नेशनल

जमशेदपुर में बोले पीएम मोदी- पूरा हिंदुस्तान कह रहा है, फिर एक बार, मोदी सरकार

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जमशेदपुर। पीएम मोदी ने जमशेदपुर में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साझा। पीएम मोदी ने कहा कि जमशेदपुर में 4 जून को क्या परिणाम आने वाला है, यह आपका उत्साह बता रहा है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत सालों तक भाजपा के संगठन का काम करता था। कोई मुझे कहे कि चुनावी रैली है, सुबह 10-11 बजे रख लो, मैं हाथ जोड़कर कहता था कि इतनी सुबह कौन आएगा, रहने दो। मैं कहता था कि 1-2 बजे रख दो। मैं जानता हूं इतनी सुबह इतनी बड़ी रैली करना लोहे के चबाने जैसा हाल होता है। लेकिन आज सुबह-सुबह जमशेदपुर में मैं जनजागृति का नया पर्व देख रहा हूं।

पीएम मोदी ने आगे कहा, चुनाव में देश की अर्थव्यवस्था की चर्चा होनी चाहिए या नहीं। चुनाव में उद्योगों, लघु उद्योगों की बात होनी चाहि या नहीं होनी चाहिए। चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा की बात होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए। चुनाव में युवाओं में बनते नए अवसरों की बात होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस वालों को इन सब से कोई मतलब नहीं है। इन्हें विकास का क, ख, ग, घ भी नहीं मालूम है। इनका तरीका है झूठ बोले, जोर से बोलो, बार-बार बोलो, इधर भी बोलो, उधर भी बोलो, खड़े-खड़े बोलो, नाच-नाच के बोलों। इनके मुद्दे हैं गरीब की संपत्ति का एक्स रे करेंगे। एस, एसटी का आरक्षण छीनेंगे। क्या इससे ज्यादा आगे ये सोच नहीं सकते हैं क्या। इंडी गठबंधन वाले, आपसे झूठ बोलते हैं।

उन्होंने कहा, “इनकी सच्चाई पूरा देश जान गया है। इसलिए पूरा हिंदुस्तान कह रहा है, फिर एक बार, मोदी सरकार। कांग्रेस और झामुमो और राजद जैसी पार्टियों ने हमारे झारखंड को हर मौके पर लूटा है। कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है। कांग्रेस ने अनगिनत घोटालों में लूट के रिकॉर्ड बनाए। राजद को देखिए नौकरी के बदले, गरीब से जो बेचारा दो टाइम की रोटी के लिए नौकरी तलाशता था, ऐसे गरीब की जमीन लिखवा ली। जमीन भी छीन ली गरीब की। बदले में नौकरी का वादा किया। झामुमों ने वही आदतें, वही चरित्र कांग्रेस और राजद से सीखा है।” पीएम मोदी ने कहा कि इनके घरों से जो नोटों के पहाड़ बरामद हुए हैं वो पैसे हैं किसके? ये पैसा आपका है, आप हैं इन पैसों के मालिक। भोले-भाले मेरा आदिवासी, दलितों भाई-बहनों का यह पैसा है जो इन्होंने लूटा है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये लोग अपनी काली कमाई में से एक भी रूपया देते क्या। ये लूट करते हैं तो कहते हैं कि अरे भाई अरबों खरबों लूट लेंगे और वकील को क्या है जो चाहिए दे देंगे और फिर अदालत से निकल जाएंगे। फिर तो मौज ही मौज है। यानी वकील के लिए भी चोरी का पैसा। मोदी इन बेइमानों की ठिकानों से पैसा बरामद करवा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटों का पहाड़ जो मैं पकड़ रहा हूं, मैं गारंटी देता हूं इसे सरकार की तिजोरी में ले जाने के लिए नहीं कर रहा हूं। मैं खोजूंगा कि ये पैसे किसके थे, क्यों देना पड़ा और कैसे दिया था। जब ये पक्का हो जाएगा कि ये पैसे किसके हैं तो उन सब गरीबों को ये पैसे उनको लौटा दूंगा।

पीएम मोदी ने संबोधन में आगे कहा कि कानूनी सलाह ले रहा हूं इसके लिए, रास्ते खोज रहा हूं। कांग्रेस के नेता खुलेआम कहते हैं कि जो कारोबारी हमें पैसा नहीं देते, हम उनपर खुलकर हमला करते हैं। मतलब कांग्रेस और झामुमों जैसे दलों को देश से मतलब नहीं, बल्कि उन्हें अपने भ्रष्टाचार और वसूली से मतलब है। मैं आज एक गंभीर विषय पर बात करना चाहता हूं। क्योंकि मैं आज उद्योग की धरती पर खड़ा हूं। कांग्रेस और उनके साथी, जहां-जहां उनकी सरकारें हैं, उन मुख्यमंत्रियों को चुनौती देता हूं। ये मेरे राजनीतिक बयान नहीं है। मैं गंभीरता से इस विषय को छेड़ना चाहता हूं। मीडिया वाले जो अपने आप को न्यूट्रल मानते हैं। वो इनके मुख्यमंत्रियों से सवाल पूछें कि कांग्रेस के शहजादे उद्योग, उद्योगपतियों, निवेश का विरोध करते हैं। आने वाले दिनों में कौन उद्योगपति उनके राज्य में जाकर के पूंजी निवेश करेगा। उन राज्यों के नवजवानों का क्या होगा। महाराष्ट्र में जो लोग चुनाव लड़ने के लिए हमारे सामने हैं। शहजादे की भाषा को ये मानते हैं क्या। सारे निवेशक जो मिलने आते हैं वो कहते हैं कि उन राज्यों में हम नहीं जाएंगे, क्योंकि वहां हमारे विरोध की विचारधारा है। उद्योगपतियों को गालियां दी जाती हैं।

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