Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

ELECTION RESULT : भाजपा ने 4 सीटें जीतीं

Published

on

Loading

शिमला | हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों की मतगणना के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 68 में से 36 सीटों पर बढ़त बनाकर सत्ता में आती दिख रही है। भाजपा ने सात सीटों के घोषित परिणामों में से चार सीटें जीत ली हैं। मतगणना जारी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने केवल एक सीट जीती जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्‍सवादी (भाकपा) और निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक सीट जीती। भाजपा के इंदर सिंह गांधी ने मंडी जिले के बाल्ह से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रकाश चौधरी को बड़े अंतर से हराकर पार्टी का खाता खोला। पार्टी के इंदर सिंह गांधी ने यह सीट जीती।

इसी तरह भाजपा के रवींद्र धीमन ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक यदविंदर गोमा को जयसिंहपुर सीट से हराया। भाजपा के किशोरी लाल ने एनी सीट से कांग्रेस के बंसीलाल को हराया। भाजपा के मौजूदा विधायक सुरेश भारद्वाज ने शिमला सीट से कांग्रेस के हरभजन भज्जी को हराया। भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों रवीन्द्र रवि और विप्लव ठाकुर को देहरा से निर्दलीय उम्मीदवार होशियार सिंह से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के मौजूदा विधायक अनिरुद्ध सिंह ने भाजपा के विजय ज्योति सेन को हराकर जीत दर्ज की। दोनों शाही परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। भाकपा के राकेश सिंघा ने ठियोग से भाजपा के अपने निकट प्रतिद्वंद्वी राकेश वर्मा को हराया।

राज्य के विभिन्न मतगणना केंद्रों से आ रहे रुझानों के अनुसार, कांग्रेस 20 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है जबकि भाजपा 40 और अन्य सीटों पर छोटे दल एवं निर्दलीय उम्मीदवार आगे हैं। भाजपा को हिमाचल विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए 35 सीटों की जरूरत है। हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता गणेश दत्त ने आईएएनएस को बताया, “हमने आधा रास्ता पार कर लिया है, जिससे स्पष्ट है कि हम राज्य में सरकार बनाने जा रहे हैं।” हालांकि, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (अर्की) और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह (शिमला ग्रामीण) सीट से अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ऊना सीट से पीछे चल रहे है। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल जो पहले दौर में सुजानपुर सीट से पीछे चल रहे थे अब अपने विरोधी कांग्रेस के राजिंदर राणा से आगे निकल गए है। आज मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (कांग्रेस) और प्रेम कुमार धूमल (भारतीय जनता पार्टी) सहित 337 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। राज्य में हुए चुनाव में कुल 37,83,580 लोगों ने मतदान किया था। इस दौरान मतदान प्रतिशत 75.28 रहा। कांग्रेस और भाजपा ने सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ा था। अधिकतर एग्जिट पोल से भाजपा के सत्ता में लौटने के संकेत मिले थे।

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending