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बिजनेस

गैस सिलेंडर पर मिलेगा डिस्काउंट, इस तरह कराएं बुकिंग

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नई दिल्ली। सरकार द्वारा कैशलेस और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे है। इसी के तहत सरकार ने गैस सिलेंडर को लेकर एक अहम फैसला किया है। जो लोग सिलेंडर की ऑनलाइन बुकिंग करवाएंगे उन्हें पांच रुपए तक का डिस्काउंट मिलेगा। सिर्फ ऑनलाइन गैस बुक करवाने और ऑनलाइन पेमेंट देने वाले ही इसका फायदा उठा सकेंगे।

खास बात यह है कि यह डिस्काउंट न केवल सब्सिडी वाले सिलेंडर पर मिलेगा, बल्कि बगैर सब्सिडी वाले सिलेंडर पर भी यह मान्य होगा। तेल मंत्रालय ने कहा है कि इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने अपने उपभोक्ताओं को छूट देगी। वे ऑनलाइन बुकिंग के वक्त नेट बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड सरीखे विकल्पों के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। मिले हुए डिस्काउंट की रकम उपभोक्ता के बिल के साथ दिखाई देगी।

बता दें कि मोदी सरकार ने बीते साल नवम्बर में नोटबंदी की थी। तब से वह कैशलेस और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने इसी क्रम में गैस के ऑनलाइन पेमेंट पर डिस्काउंट देने का फैसला किया है, ताकि इंटरनेट और फोन से होने वाली गैस बुकिंग और पेमेंट को बढ़ावा मिले। इसके लिए एंड्रॉयड मोबाइल फोन पर गूगल प्ले या प्ले स्टोर के जरिए एलपीजी कंपनियों इंडेन, एचपी और भारत गैस के ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है।

गौरतलब है कि बगैर सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम एक नवंबर को 93 रुपए बढ़े हैं। यानी अब यह 742 रुपए का हो गया है। ऑनलाइन पेमेंट करने पर आपको 5 रुपए की छूट मिलेगी। यानी यह सिलेंडर 737 रुपए का पड़ेगा।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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