Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

गले की फांस न बन जाए बुलेट ट्रेन, रेलवे के जवाब से उठे बड़े सवाल

Published

on

Loading

अहमदाबाद। केंद्र की मोदी सरकार जहां मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर आगे बढ़ रही है, वहीं एक आरटीआई (सूचना का अधिकार) आवेदन के जरिए पता चला है कि इस क्षेत्र की ट्रेनों में 40 फीसदी सीटें खाली रहती हैं। इससे पश्चिम रेलवे को भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे में महंगी बुलेट ट्रेन परियोजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि यह बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना कहीं भविष्य में गले की फांस न बन जाए।

पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात को मुंबई से जोडऩे वाले इस रूट का हाल ही में जापान के पीएम शिंजो आबे की मौजूदगी में शिलान्यास हुआ था। लेकिन, एक आरटीआई के जवाब में रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक यह रूट जुलाई से घाटे में है। जानकारी के मुताबिक इस रूट पर सभी ट्रेनों में करीब 40 फीसदी सीटें खाली रह जाती हैं।

फाइल फोटो

यह जानकारी इसलिए अहम है क्योंकि मोदी सरकार जोर-शोर से बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है और इसके लिए जापान से भारी कर्ज भी लिया गया है। मुंबई के कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना का अधिकार कानून के तहत आवेदन कर ये जानकारी मांगी थी, इस पर जवाब मिलने के बाद उन्होंने बुलेट ट्रेन की योजना पर सवाल खड़े किए हैं।

अनिल गलगली ने पश्चिम रेलवे से पूछा था कि इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में कितनी सीटों पर लोग यात्रा करते हैं। जवाब में रेलवे के व्यावसायिक महकमे ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद के बीच 32 मेल व एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं। इनमें उपलब्ध सात लाख 35 हजार 630 सीटों में केवल चार लाख 41 हजार 795 ही बुक हो पाती हैं। यह आंकड़े पिछले तीन माह के हैं। यात्रियों की कम संख्या के कारण 14 करोड़ 12 लाख 83 हजार 597 रुपए का रेलवे को घाटा हो रहा है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक मनजीत सिंह ने आरटीआई के जवाब में मुंबई-अहमदाबाद-मुंबई मार्ग की सभी प्रमुख ट्रेनों की सीटों की जानकारी दी। इसमें दुरंतो, शताब्दी एक्सप्रेस, लोकशक्ति एक्सप्रेस, गुजरात मेल, भावनगर एक्सप्रेस, सुरक्षा एक्सप्रेस, विवेक-भुज एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनें शामिल हैं।

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending