Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मांझी समर्थकों को बहुमत का भरोसा

Published

on

बिहार,मुख्यमंत्री-जीतन-राम-मांझी,राज्यपाल,केशरीनाथ,विधानसभा,न्यायालय,विधायकों, विधानमंडल-का-बजट,युनाइटेड,निर्दलीय

Loading

पटना | बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की तरफ से 20 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश मिलने के बाद मांझी समर्थक बैठकों में व्यस्त हैं और उन्हें बहुमत साबित हो जाने का पूरा भरोसा है। बिहार के उद्योग मंत्री भीम सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, “नीतीश को न्यायालय में हराया है और अब विधानसभा में भी हराएंगे।”

भीम सिंह ने कहा कि बिहार की जनता मांझी के साथ है। उन्होंने समर्थन देने वाले विधायकों के नाम का खुलासा न करते हुए कहा कि इसकी जानकारी बहुमत साबित करने के दौरान सामने आ जाएगी। इधर, मंत्री नीतीश मिश्रा भी मांझी के बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त हैं। मिश्रा कहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश भले ही विधायकों को लेकर दिल्ली गए हों, लेकिन उसमें से 30 से अधिक विधायक उन लोगों के संपर्क में हैं और विश्वास मत के समय मांझी का साथ देंगे। बिहार में चल रही सियासी उठापटक के बीच राज्यपाल ने मांझी को 20 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है। राजभवन से बुधवार देर रात इसकी अधिसूचना जारी की गई। राजभवन ने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय और विधानसभा अध्यक्ष को भी उपलब्ध करा दी है। राजभवन सूत्रों के अनुसार, राजभवन ने कानूनी पहलुओं पर विचार के बाद पहले मुख्यमंत्री मांझी को सदन में विश्वास मत हासिल करने को कहा है। 20 फरवरी से विधानमंडल का बजट सत्र आहूत है। संवैधानिक परंपरा के अनुसार, सत्र के प्रारंभ में दोनों सदनों के संयुक्त बैठक में राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री विश्वास मत हासिल करने के लिए एक पंक्ति का प्रस्ताव रखेंगे।

राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि गुप्त मतदान या लॉबी डिवीजन से बहुमत का फैसला होगा। इसके पूर्व जनता दल (युनाइटेड) विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता नीतीश कुमार बुधवार को अपने 130 समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की और अपना पक्ष रखा। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान समय में 10 सीट रिक्त है बहुमत साबित करने के लिए कुल 117 विधायकों की संख्या आवश्यक है। इस्तीफा नहीं देने और सदन में बहुमत साबित करने पर अड़े मुख्यमंत्री मांझी को भाजपा से समर्थन की आस है। भाजपा के पास 87 विधायक हैं और इसके अतिरिक्त तीन निर्दलीय विधायकों को भी समर्थन मांझी के पक्ष है।

नेशनल

अचानक सिक लीव पर गए 300 सीनियर कर्मचारी, एयर इंडिया की 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द

Published

on

Loading

नई दिल्ली। एयर इंडिया के 300 सीनियर कर्मचारी एक साथ सिक लीव पर चले गए हैं जिस कारण उसकी 70 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। टाटा ग्रुप की एयरलाइन के प्रवक्ता ने बयान जारी करके देशवासियों को यह जानकारी दी।

एयरलाइन के सीनियर क्रू मेंबर्स ने बीमार होने की लीव दी है। इसके बाद एयरलाइन को इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं। वहीं सूत्रों के मुताबिक, नागरिक उड्डयन विभाग तक मामला पहुंच गया है और अधिकारी मामले में दखल दे रहे हैं, क्योंकि अचानक क्रू मेंबर्स का छुट्टी पर चले जाना विवाद की ओर संकेत कर रहा है। हाल ही में विस्तारा एयरलाइन में भी सकंट आया था। क्रू मेंबर्स छुट्टी पर चले गए थे और देशभर में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अचानक हुई परेशानी के चलते यात्रियों से माफी मांगी और रिफंड देने का ऐलान किया। एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि कंपनी के क्रू मेंबर्स से बात चल रही है। अगर कोई विवाद हुआ तो उसे जल्द सुलझा लिया जाएगा। परेशानी के लिए खेद है, पैसेंजर्स को उनका रिफंड जल्दी ही दे दिया जाएगा। जल्दी ही फ्लाइट्स एक्टिव मोड में जाएंगी। ऐसे में जो पैसेंजर्स अपनी फ्लाइट्स री-शेड्यूल कराना चाहते हैं, वे बता सकते हैं। एक्स्ट्रा फीस लिए बिना फ्लाइट री-शेड्यूल कर दी जाएगी।

बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयर इंडिया की सहायक कंपनी है। नवंबर 2022 में एयर इंडिया ने इसका अधिग्रहण किया था। एयरलाइन के पास 28 एयरबस, 26 बोइंग और 737 प्लेन है। एयरलाइन लगभग पूरे देश में अपनी सर्विस देती है, लेकिन अब अचानक क्रू मेंबर्स का संकट गहराने से एयरलाइन सुर्खियों में आ गई है।

Continue Reading

Trending