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प्रादेशिक

बीजेपी विधायक को आईपीएस का जवाब, मेरे आंसुओं को मेरी कमजोरी न समझें

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गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह नगर गोरखपुर में शराब की दुकान के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ पर पुलिस की कार्रवाई से भडक़े स्थानीय भाजपा विधायक राधा मोहन अग्रवाल ने क्षेत्राधिकारी आईपीएस अफसर चारु निगम को इस तरह फटकार लगाई कि आईपीएस अफसर चारु की आंखों में आंसू छलक आए।

चारु ने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया, ‘मेरे आंसुओं को मेरी कमजोरी न समझें।’ यह घटना रविवार को गोरखपुर के करीमनगर इलाके में हुई। एक शराब की दुकान हटाए जाने के लिए स्थानीय लोग प्रदर्शन कर थे और पुलिस विरोध करने वालों को वहां से हटा रही थी। तभी प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने विधायक से शिकायत की। भाजपा विधायक राधा मोहन अग्रवाल वहां पहुंचे और क्षेत्राधिकारी चारु निगम को कोई कार्रवाई न करने को कहा। इसके बाद विधायक और चारु निगम के बीच तीखी बहस हुई।

स्थानीय लोगों का कहना है कि कंधों पर भगवा गमछा रखे विधायक ने आईपीएस अफसर चारु निगम को इस तरह फटकार लगाई कि उनकी आंखों में आंसू छलक आए। एक सहयोगी महिला पुलिसकर्मी ने रुमाल निकालकर चारु की ओर बढ़ाया। चारु ने आंसू पोंछे। इसके बाद आला पुलिस अधिकारी मौके पहुंच गए और उन्होंने चारु का पक्ष लेते हुए विधायक को समझाया। यह दृश्य सोमवार को प्रमुख समाचार चैनलों पर दिखाया गया।

चारु ने अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया, “घटना से आहत हूं, पर कमजोर नहीं हुई हूं।”

उन्होंने दूसरे पोस्ट में लिखा, “मेरी ट्रेनिंग ने मुझे कमजोर होना नहीं सिखाया है। जब तक सिटी एसपी वहां नहीं आए थे, मैं वहां मौजूद सबसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी थी। लेकिन जब एसपी साहा वहां पुलिस बल के साथ आए और मेरे समर्थन में खड़े हुए, तब मैं भावुक हो गई।”

चारु ने तीसरे पोस्ट में लिखा, “मेरे आंसुओं को मेरी कमजोरी न समझें, मेरे आंसू न तो मेरी कोमलता की वजह से बाहर आए और न ही कठोरता की वजह से। मैं एक महिला अधिकारी हूं, सच्चाई में बहुत ताकत होती है और आपकी सच्चाई हमेशा रंग दिखाती है।”

उन्होंने आगे लिखा, “मीडिया ने इस मामले में सकारात्मक रुख दिखाया। इसके लिए मैं सभी का धन्यवाद करती हूं। मेरा मानना है कि अच्छों के साथ अच्छा ही होता है, इसलिए मुझे मीडिया का इतना समर्थन मिला।”

मामला तूल पकडऩे पर सोमवार को चारु ने मीडिया के कहा, “मैं सबसे यही कहूंगी कि कृपया शांत रहें, मैं बिल्कुल ठीक हूं। बस थोड़ी आहत हुई हूं। कोई चिंता की बात नहीं है, परेशान न हों।”

भाजपा विधायक के तेवर और आईपीएस अफसर के साथ बदसलूकी पर सवाल उठने लगा है। उत्तर प्रदेश में भगवा बिग्रेड के गर्म तेवर से परेशान पुलिस महकमे में विधायक राधा मोहन अग्रवाल की चर्चा जोर पकडऩे लगी है।

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नेशनल

जेल से रिहा हुए बाहुबली धनंजय सिंह, बोले- पत्नी के लिए करूंगा प्रचार

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लखनऊ। जौनपुर के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह को बुधवार की सुबह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया है। जेल से रिहा होने के बाद बाहर आते ही उन्होंने कहा कि मुझे फर्जी मुकदमे में सजा हुई। मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही हैं। मैं सीधे अपने क्षेत्र में जाऊंगा। अपने विरोधी अभय सिंह के बारे में सवाल पूछे जाने पर धनंजय ने थोड़ा नाराज होते हुए कहा कि आप लोग अपराधियों के बारे में बात मत करिए।

धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी लेकिन उनकी रिहाई में देरी हो रही थी। हालांकि, बुधवार की सुबह उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। रिहाई के वक्त धनंजय सिंह के समर्थक बड़ी संख्या में मौजूद थे। कई गाड़ियों के काफिले के साथ धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से जौनपुर के लिए रवाना हो गए हैं। जेल से रिहा होने के बाद धनंजय सिंह ने प्रेस से बात भी की। उन्होंने कहा कि 2020 में मेरे खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि मैं सीधे जौनपुर जाऊंगा।

धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाई कोर्ट से फौरी तौर पर बड़ी राहत मिली है। यानी उनकी सजा पर कोई रोक नहीं है। 27 अप्रैल को हाई कोर्ट ने धनंजय सिंह को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। हालांकि, जौनपुर एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा सुनाए गए 7 साल की सजा पर हाई कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया। धनंजय सिंह के वकीलों ने कहा है कि अब सजा के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करेंगे।

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