अन्तर्राष्ट्रीय
ओबामाकेयर के स्थान पर नए विधेयक पर चर्चा जारी
वाशिंगटन | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि 2010 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा लागू किए गए हेल्थकेयर कानून के स्थान पर रिपब्लिकन नया कानून लाने पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, “जो कोई भी (विशेष रूप से फेक न्यूज मीडिया) यह सोचता है कि ओबामाकेयर को निरस्त कर नया हेल्थकेयर कानून लाने का फैसला ठंडे बस्ते में चला गया है, उन्हें रिपब्लिकन पार्टी की शक्ति और प्यार का अंदाजा नहीं है।” ट्रंप ने कहा, “ओबामाकेयर को निरस्तर और उसके स्थान पर नया विधेयक लाने पर चर्चा जारी है और यह तब तक जारी रहेगी, जब तक नया मसौदा तैयार नहीं हो जाता।”
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, गौरतलब है कि ओबामाकेयर के स्थान पर नए स्वास्थ्य बीमा विधेयक को रिपब्लिकन हाउस स्पीकर पॉल रेयान ने वोटिंग से पहले 24 मार्च को वापस ले लिया था। इस नए विधेयक को समर्थन मिलने की उम्मीद नहीं थी।
ट्रंप ने कहा कि फिलहाल, वह नया स्वास्थ्य सुधार विधेयक लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो भविष्य में पारित हो जाए। उन्होंने इस साल ओबामाकेयर के निरस्त होने का भी अनुमान जताया। उन्होंने कहा कि जब ऐसा होगा तो डेमोक्रेटिक विपक्षी भी उनके साथ नए स्वास्थ्य विधेयक पर काम करने के लिए सहमत हो जाएंगे।
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’
नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”
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