Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

रूपानी बने गुजरात के नए मुख्यमंत्री, नितिन पटेल होंगे नंबर-2

Published

on

नितिन

Loading

 नितिनअहमदाबाद| गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विजय रूपानी गुजरात के नए मुख्यमंत्री होंगे। आनंदीबेन पटेल की कैबिनेट में रहे वरिष्ठ मंत्री नितिन पटेल उप मुख्यमंत्री होंगे।

यह फैसला यहां राज्य पार्टी की बैठक के दौरान लिया गया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने की। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सांसद सरोज पांडे पर्यवेक्षक के रूप में थे।

गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को फेसबुक पोस्ट पर चौंकाते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर पाटीदार आंदोलन से उत्पन्न असह स्थिति के कारण उनकी काफी आलोचना हुई थी।

आनंदीबेन ने दावा किया कि भाजपा में 75 साल की उम्र के बाद सार्वजनिक पद से हटने के अलिखित परंपरा के तहत वे अपना इस्तीफा दे रही हैं। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। नरेंद्र मोदी वहां 2001 से ही मुख्यमंत्री पद पर थे। 2014 में वह प्रधानमंत्री बनकर दिल्ली चले गए।

मृदुभाषी रूपनी एक जैन बनिया हैं, जो वर्तमान में पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री हैं। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता नितिन पटेल एक जमीनी स्तर के देहाती पटेल नेता हैं।

दोनों की उम्र 60 साल है, लेकिन राजनीतिक और सरकार चलाने के अनुभव के मामले में नितिनपटेल, रूपानी से वरिष्ठ हैं।

मुख्यमंत्री के पद पर रूपानी के नाम की घोषणा काफी चौंकानेवाला है, क्योंकि पटेल को ही आखिरी पसंद माना जा रहा था। यहां तक कि पटेल ने गुजराती चैनलों को साक्षात्कार भी देना शुरू कर दिया था।

उनके मुख्यमंत्री बनने के कयास पर कादी निर्वाचन क्षेत्र और मेहसाना जिले में मिठाइयां भी बंटने लगी थीं। शाम 4.45 बजे तक अखबारों के कार्यालयों में पटेल का बायोडेटा फैक्स और ईमेल किया जा रहा था। टीवी चैनलों ने तो पटेल की पत्नी का भी साक्षात्कार लेना शुरू कर दिया था।

लेकिन अंतिम समय में नाम में बदलाव का संकेत मिला। नए नाम की आधिकारिक घोषणा के लिए 4 बजे हुई बैठक दो घंटे अधिक खिंच गई।

उत्तरी गुजरात के नितिन पटेल एक आम सहमति के उम्मीदवार के रूप में उभरे थे, क्योंकि उन्होंने कई विभाग संभाले थे।

पार्टी के एक नेता ने बताया, “वे कोई पसंदीदा नेता या चुने गए नेता नहीं थे, बल्कि संभवत: उन्हें इसलिए चुना जा रहा था कि कोई वर्तमान परिस्थितियों में कोई विकल्प नहीं था।”

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर इस साल फरवरी में जब रूपानी के नाम की घोषणा हुई तो यह भी चौंकानेवाला था। कहा जाता है कि पटेल मृदुभाषी हैं, किसी जाति के आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं और उनके जैसा दोस्ताना व्यवहार वाले व्यक्ति की आनंदीबेन और अमित शाह के गुटों को जरूरत थी।

सूत्रों का कहना है कि रूपानी को आंतरिक राजनीति के कारण मुख्यमंत्री बनाया गया है। नितिन पटेल पद छोड़कर जानेवाली मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की पसंद थे, जबकि रूपानी को अमित शाह की पसंद माना जा रहा है।

रूपानी के पास एलएलबी की डिग्री है। वह न सिर्फ मोदी और अमित शाह के करीबी हैं, बल्कि कहा जा रहा है कि उनके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी अच्छे रिश्ते हैं।

उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ की थी।

नेशनल

प्रियंका का पीएम मोदी पर पलटवार, कहा- मेरा भाई 4 हजार किमी पैदल चला, तब आप अपने महल में थे

Published

on

Loading

बनासकांठा। गुजरात के बनासकांठा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी शहंशाह हैं जो महल में रहते हैं लेकिन जनता से कटे हुए हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, “वह (पीएम मोदी) मेरे भाई को शहजादा कहते हैं लेकिन मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि यह शहजादे आपकी (लोगों की) समस्याएं सुनने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4,000 किलोमीटर तक चले। उन्होंने मेरे भाइयों और बहनों, किसानों और मजदूरों से मुलाकात की और उनसे पूछा कि हम उनकी समस्याओं का कैसे समाधान कर सकते हैं।”

प्रियंका ने आगे कहा, ‘और एक तरफ आपके शहंशाह..हैं. महलों में निवास करते हैं। आपने कभी टीवी पर उनका चेहरे को देखा है? एकदम साफ सुथरा सफेद कुर्ता, एक दाग नहीं है धूल का। एक बाल इधर से उधर नहीं होता है। वो कैसे समझ पाएंगे कि आपकी मजदूरी, आपकी खेती। किस तरह से समझ पाएंगे कि आप किस दलदल में धंसे हुए हो। महंगाई से आप दबे हुए हैं। हर तरफ महंगाई, मेरी बहनें… मिट्टी का तेल आज कितने का हो चुका है? सब्जी खरीदने जाती हैं तो भाव क्या है उसका… पेट्रोल डीजल का दाम क्या है, किस तरह से गुजारा होता है। खेती के हर सामान पर जीएसटी लग रही है। हर सामान अब महंगा हो गया है। अगर कोई त्योहार होता है, कुछ खरीदना होता है, फीस भरनी पड़ती है, इलाज करना पड़ता है ये मोदी नहीं जान सकते हैं।

​कांग्रेस महा​सचिव प्रियंका गांधी पीएम पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने दस सालों में अधिकार कम करने का काम किया है। पहले के ​पीएम लोगों के बीच गांवों में जाते थे। लोगों की बातें और उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करते थे। गुजरात ने पीएम मोदी को सबकुछ दिया। सत्ता दी. पर अब आप उनको देखते हैं, वह बड़े-बड़े लोगों के साथ दिखाई देते हैं। वे कभी किसानों या गरीबों को के बीच नहीं दिखते हैं। वे अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसी भी गरीब के घर नहीं गए।

Continue Reading

Trending