Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बाबरी विवाद के मुद्दई हाशिम अंसारी का निधन

Published

on

बाबरी विवाद के मुद्दई हाशिम अंसारी का निधन

Loading

बाबरी विवाद के मुद्दई हाशिम अंसारी का निधन

अयोध्या| उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद के मुद्दई हाशिम अंसारी का बुधवार तड़के पांच बजे निधन हो गया। वह 96 वर्ष के थे। वह लंबे समय से श्वास और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उल्लेखनीय है विवादित ढांचे में रामलला की मूर्ति प्रकट होने के बाद फैजाबाद की कचहरी में बाबरी मस्जिद की तरफ से मुकदमा दायर करने वाले वह पहले पैरोकार थे।

‘चचा’ के नाम से लोकप्रिय अंसारी के निधन की खबर सुनते ही उनके घर पर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे अंसारी के निधन पर अयोध्या के कई संतो-महंतो ने भी शोक व्यक्त किया। अंसारी के पुत्र इकबाल के मुताबिक, उनको बुधवार को शीश पैगंबर की मजार के पास स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

मंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या में तनाव रहने के बावजूद वह लोगों से शांति की अपील करते रहते थे। उनका हिन्दू और मुसलमान दोनों में बराबर का सम्मान था।  उनके निधन पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और प्रसिद्घ हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञान दास ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मंदिर-मस्जिद विवाद का सुलह समझौते से हल चाहने वाला व्यक्ति चला गया। एक पक्ष के पैरोकार होने के बावजूद अंसारी हमेशा दोनो पक्षों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते थे।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

Continue Reading

Trending