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मनोरंजन

‘सारांश’ के 32 साल पूरे, अनुपम उत्साहित

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'सारांश' के 32 साल पूरे, अनुपम उत्साहित

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'सारांश' के 32 साल पूरे, अनुपम उत्साहित

मुंबई| अनुपम खेर अभिनीत ‘सारांश’ फिल्म ने बुधवार को अपनी रिलीज के 32 साल पूरे कर लिए। अनुपम का कहना है कि उन्हें हिंदी सिनेमा का अपना सफर पसंद है।

पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित अनुपम ने फिल्म में महाराष्ट्र के एक मध्यवर्गीय सेवानिवृत्त वृद्ध व्यक्ति की भूमिका निभाई थी। उस समय अनुपम की उम्र महज 28 साल थी।

अनुपम ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, “फिल्म ‘सारांश’ 25 मई, 1984 को रिलीज हुई थी। मैंने हिंदी सिनेमा में 32 साल पूर कर लिए हैं और अब तक 499 फिल्में की हैं। जय हो। ‘सारांश’ के 32 साल पूरे।”

अभिनेता ने उनका साथ देने के लिए भगवान और प्रशंसकों को भी धन्यवाद दिया।

उन्होंने लिखा, “मुझे फिल्मों का मेरा सफर पसंद है। भगवान मुझ पर मेहरबान रहा है और उसी तरह आप की भी मुझ पर कृपा रही है मेरे दोस्तों। आपका शुक्रिया।”

प्रादेशिक

13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा

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मुंबई। एक्ट्रेस लैला खान और उसके पूरे परिवार के हत्यारे सौतेले पिता को मुंबई की सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में परवेज टाक को लैला, उनकी मां और चार भाई-बहन की हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी ठहराया था। यह मामला 13 वर्ष पुराना है। सौतेले प‍िता ने लैला, उसकी मां व चार भाई-बहनों की हत्या की थी, इसके बाद शवों को फार्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।

बता दें कि बीते सप्ताह सरकारी वकील पंकज चव्हाण ने दोषी परवेज टाक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उनका कहना था कि इस हत्या को पूरी तरह से प्लान करके किया गया था, जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया और शवों को ठिकाने लगा दिया गया।

लैला खान हत्याकांड में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान आरोपी के वकील वहाब खान ने दलील पेश की, जिसमें उन्होंने कम से कम आजीवन कारावास की सजा की मांग की। वकील ने कहा कि कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और शव उनके कहने पर बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि दोषी के वकील ने जेल में टाक के अच्छे व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसमें सुधार हुआ है और इसलिए उन्होंने इसे भी सजा को कम करने का आधार बताया है। हालांकि कोर्ट ने उनकी एक न सुनी और परवेज टाक को फांसी की सजा सुना दी।

बता दें कि परवेज टाक, लैला का सौतेला पिता है। परवेज ने लैला की मां संग तीसरी शादी की थे। साल 2011 में फरवरी में लैला खान, उनकी मां और चार भाई-बहनों की महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो कहा गया कि संपत्तियों पर बहस के बाद परवेज ने इस घटना को अंजाम दिया था।

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