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आध्यात्म

वियोग तो दो तत्वों में हुआ करता है

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kripalu ji maharaj

kripalu ji maharaj

अर्थात् एक बार श्री राधा जी ने लीला में श्रीकृष्‍ण से पूछा कि मैं तुम्‍हारे वियोग में कैसे जीवित रह सकूँगी। तब श्रीकृष्‍ण ने उपर्युक्‍त उदाहरण देकर कहा था कि वियोग तो दो तत्‍वों में हुआ करता है। मुझ से वियुक्‍त तो प्राकृत जगत् भी नहीं हो सकता। फिर हमारा तुम्‍हारा सम्‍बन्‍ध तो ऐसा है जैसे दूध में श्‍वेतिमा। भला दूध की सफेदी कभी दूध से पृथक् हो सकती है? पुनः कहा कि जैसे आग में दाहकता। अर्थात् आग से कभी दाहकता पृथक् नहीं हो सकती। इसी प्रकार पृथ्‍वी से गंध, जल से शीतलता कभी वियुक्‍त हो सकती है? ठीक उसी प्रकार हम दोनों एक थे। एक हैं। एक रहेंगे।

यदि कोई शंका करे कि दूध में श्‍वेतिमा पृथक् नहीं होती किंतु राधा कृष्‍ण तो पृथक् होते रहते हैं। इसका विज्ञान यह है कि दूध या आग या पृथ्वी या जल जड़ तत्‍व हैं। अतः वे पृथक् नहीं होते। जीवगण भी अणुचित् हैं किंतु राधा कृष्‍ण तो विभुचित् हैं। उनके पास अ‍घटित घटना पटीयसी योगमाया की शक्ति है। व शक्ति चैतन्‍य है। एवं कर्तुमकर्तुमन्‍यथाकर्तुं समर्थ है। अतः जब जैसी इच्‍छा करें, वैसी ही क्रिया होने लगती है। पुनः वेदों का ही डिंडिम घोष है। यथा-

स इममेवात्‍मानं द्वेधापातयत्‍ततः पतिश्‍च पत्‍नी चाभवताम्

(बृहदारण्‍य. 1-4-3)

तंत्रों में भी वेदों का ही समर्थन किया है। यथा-

एकं ज्‍योतिरभूद् द्वेधा राधा माधव रूपकम् ।

(सम्‍मोहन तंत्र गो.स.ना.)

पुनः शक्तिरूवरूपा राधा जी हैं। एवं शक्तिमान् श्रीकृष्‍ण हैं।

वेद कहता है- तस्‍य  शक्‍तयस्‍त्‍वनेकधा। ह्लादिनी-संधिनी ज्ञानेच्‍छा क्रियाद्याः बहुविधाः शक्‍तयः। तास्‍वाह्लादिनी वरीयसी परमान्‍तरङ्गभूता राधा कृष्‍णेन आराध्‍यते इति राधा कृष्‍णं समाराधयति सदा।

(ऋग्‍वेदीय राधिकोपनिषद् )

आध्यात्म

नौकरी में चाहिए प्रमोशन तो अपनाएं ज्योतिष के ये उपाय

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नई दिल्ली। अगर आप पिछले काफी समय नौकरी कर रहे हैं और आपका प्रमोशन नहीं हो रहा है। या फिर आपकी बॉस से नहीं बन रही है तो ये कुछ सरल उपाय करके आप सफलता पा सकते हैं।

. शनिवार की सुबह जल्दी उठें और नित्य कर्मों से निवृत्त होकर घर में किसी पवित्र स्थान पर पूजन का विशेष प्रबंध करें या किसी मंदिर में जाएं। शनिवार शनि की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। शनि हमारे कर्मों का फल देने वाले देवता हैं। अत: इसी दिन शनि देव का विधिवत पूजन करनी चाहिए।

. तरक्की के लिए सूर्य देवता को मनाना काफी शुभ बताया जाता है। जो लोग आसानी से तरक्की करते हैं उनका सूर्य काफी मजबूत होता है। प्रतिदिन सुबह सूर्य को पानी अर्पित करें और सूर्य नमस्कार करें। सूर्य देवता को जल अर्पित करने वाला बर्तन तांबे का हो और उसमें थोड़ा गंगाजल डालें। जल अर्पित करने के बाद सूर्य देवता से अपनी इच्छा रोज जाहिर किया करें।

. यदि नौकरी-पेशा करने वाले जातकों को प्रमोशन नहीं मिल रहा है अथवा उनकी तनख्वाह में वृद्धि नहीं हो रही है तो उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना करना चाहिए।

. प्रतिदिन पक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाना चाहिए। सात प्रकार के अनाजों को एकसाथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं। इसमें गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें शामिल की जा सकती हैं। प्रतिदिन सुबह यह उपाय करें, जल्दी ही नौकरी से जुड़ी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।

. रात को सोते समय एक तांबे के बर्तन में पान भरकर अपने बिस्तर के नीचे रखें और सुबह उठते ही, बिना किसी को बोले, यह जल घर के बाहर फेंक दें।

. भगवान विष्णु की आराधना करने से भक्तों की मन की मुराद पूरी होती है इसलिए नौकरी में प्रमोशन पाने के इच्छुक जातकों को भगवान विष्णु जी की आराधना करनी चाहिए।

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