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मनोरंजन

सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में करना प्राथमिकता : मनोज

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सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में करना प्राथमिकता : मनोज

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सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में करना प्राथमिकता : मनोज

मुंबई| हाल में सच्ची घटना पर आधारित फिल्म ‘अलीगढ़’ में नजर आए मशहूर अभिनेता मनोज बाजपेयी एक बार फिर सत्य घटना पर आधारित फिल्म ‘ट्रैफिक’ में नजर आएंगे। उनका कहना है कि ऐसी फिल्मों में काम करना उनकी पहली प्राथमिकता है। फिल्म का ट्रेलर बुधवार को लांच हुआ। छह मई को रिलीज हो रही ‘ट्रैफिक’ का निर्देशन राजेश पिल्लई ने किया है। इसमें मनोज मुख्य भूमिका में हैं। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर इसका फर्स्ट लुक जारी किया, जिसमें वह हवलदार की वेशभूषा में दिखे।

अपने दमदार अभिनय से दो राष्ट्रीय पुरस्कार व दो फिल्मफेयर पुरस्कार जीत चुके मनोज को सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में करने में खास मजा आता है। वह स्वयं भी मानते हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता इसी तरह की फिल्में करना है।

मनोज का कहना है कि वह किरदार को सिर्फ समझते नहीं बल्कि उसे जीते भी हैं।

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हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

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मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

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