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मुख्य समाचार

पर्यटन केंद्र में तब्दील होगा आईएनएस विराट

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पर्यटन केंद्र में तब्दील, आईएनएस विराट, भारतीय नौसेना के बेड़े में पिछले 29 वर्षो से शामिल

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नई दिल्ली। भारत अपने सबसे पुराने विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विराट’ को जल्द ही सेवा मुक्त कर देगा और इसे एडवेंचर पर्यटन केंद्र में तब्दील किया जाएगा।  सूत्रों ने शनिवार को बताया कि भारतीय नौसेना के बेड़े में पिछले 29 वर्षो से शामिल यह युद्धपोत अब अपनी यात्रा के अंतिम चरण में है। इसे जल्द ही पर्यटन केंद्र में शामिल किया जाएगा, जिसमें रहने के लिए 1,500 कमरे होंगे। सूत्रों ने बताया कि पर्यटक समुद्र में इस युद्धपोत पर रह सकते हैं और इसके साथ ही नौकायन, ग्लाइडिंग और क्रूजिंग जैसी गतिविधियों में भी हिस्सा ले सकते हैं। आईएनएस विराट को 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। वैसे यह विमानवाहक पोत लगभग 60 साल की सेवाएं दे चुका है। इससे पहले यह ब्रिटिश नौ सेना का हिस्सा था।

नेशनल

गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद

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वाराणसी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी की जीत का आशीर्वाद मांगा।

बता दें कि गृह मंत्री बुधवार की शाम काशी दौरे पर पहुंचे थे। वे महमूरगंज के मोतीझील में पीएम नरेंद्र मोदी और वाराणसी से भाजपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। फिर मोतीझील मैदान में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने काशी के कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर जोश भरने का काम किया। उसके बाद उन्होंने काशी में ही रात्रि विश्राम किया था। गुरुवार सुबह अचानक से दर्शन पूजन का प्लान तैयार किया गया था। इसके क्रम में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गृहमंत्री ने सबसे पहले काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया.

काशी के कोतवाल का दर्शन करने के बाद उन्हें विश्वनाथ मंदिर भी जाना था लेकिन अचानक से उनके कार्यक्रम में हुए बदलाव के बाद वह सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए, जहां से वह अगले कार्यक्रम के लिए जाएंगे। फिलहाल गृहमंत्री ने काल भैरव मंदिर में विशेष पूजन किया है। काल भैरव मंदिर के महंत नवीन गिरी का कहना है कि काल भैरव अष्टक के साथ उनका विशेष पूजन करवाया गया है ताकि सुख, शांति व समृद्धि के साथ उन्हें बड़ी जीत मिल सके।

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