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अन्तर्राष्ट्रीय

हुआवे’ ने बुल्गारिया के 10 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी

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scholarshipसोफिया। चीन की बड़ी दूरसंचार कंपनियों में से एक हुआवे ने गुरुवार को लगातार दूसरे साल बुल्गारिया के 10 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को 1,000 अमेरिकी डॉलर की छात्रवृत्ति दी और इसके साथ ही इन्हें चीन में दो सप्ताह का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। एक पुरस्कार समारोह में बुल्गारिया की संसद अध्यक्ष टसेट्स्का साचेवा ने छात्रों की मदद के लिए हुआवे का शुक्रिया अदा किया।

पुरस्कार समारोह में बुल्गारिया में चीन के राजदूत वेई जिंगुआ की उपस्थिति में टसेट्स्का ने कहा, “यह बुल्गारिया और चीन के बीच अच्छे मैत्रिक संबंधों का एक शानदार उदाहरण है।” हुआवे ने 2008 में सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में स्थानीय प्रतिभाओं की खोज के लिए दुनियाभर में एक कार्यक्रम की शुरुआत की।  ‘हुआवे टेक्नोलॉजीस बुल्गारिया’ के प्रबंध निदेशक लियु यांग ने कहा कि इस कार्यक्रम में 67 देशों, 150 विश्वविद्यालयों और 1,700 छात्रों ने हिस्सा लिया। इसमें बुल्गारिया के भी 10 विद्यार्थी भी थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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