Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

पठानकोट में तलाशी अभियान जारी, एनआईए की नजर जांच पर

Published

on

Loading

पठानकोट/गुरदासपुर| पंजाब के पठानकोट वायुसेना अड्डे पर खोज और तलाशी अभियान बुधवार को पांचवें दिन भी जारी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने वायुसेना अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए कई टीमों का निर्माण किया है। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने कहा कि अड्डे के कोने-कोने की जांच की जा रही है। एनआईए, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की खामियों के साथ पूरे आतंकवादी हमले की जांच कर रही है।  आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ मंगलवार को समाप्त होने की घोषणा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को की। उन्होंने बताया कि इस अभियान में छह आतंकवादी मारे गए।

पर्रिकर ने कहा कि वायुसेना अड्डे पर हुए में आतंकवादी हमले में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के एक अधिकारी सहित सात जवान शहीद हो गए।  रक्षा मंत्री ने वायुसेना अड्डे में सुरक्षा खामियों की बात को भी स्वीकारा।  पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादियों द्वारा अपहृत पंजाब पुलिस अधीक्षक सालविंदर सिंह से भी मंगलवार शाम को पूछताछ की गई। एनआईए के अधिकारियों की एक टीम ने गुरुदासपुर में उनके आवास पर उनसे लंबी पूछताछ की।  पुलिस अधीक्षक सिंह, उनके बावर्ची मदन गोपाल और व्यापारी दोस्त राजेश वर्मा से एनआईए और पंजाब पुलिस अधिकारी बुधवार को भी पूछताछ करेंगे। इन तीनों का कथित तौर पर आतंकवादियों ने उनके वाहन के साथ अपहरण कर लिया था। सिंह का पिछले सप्ताह की पठानकोट तबादला हुआ था और उन्होंने पहले दावा किया था कि हथियारों से लैस चार-पांच आतंकवादियों ने उनका, वर्मा और उनके बावर्ची का 31 दिसम्बर को पठानकोट से 25 किलोमीटर दूर कोलिया गांव के पास अपहरण कर लिया था।

इस पूरी घटना से शक के घेरे में आए सिंह ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, “मेरी जानकारी 100 प्रतिशत सही थी। इसमें कोई शक नहीं है। मैंने तुरंत बाद ही वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी। मुझे नहीं पता कि इतनी देरी क्यों हुई?” जांच एजेंसियां को हालांकि सिंह के दावे पर संदेह है और इसकी वजह उनके साथ अगवा हुए दो अन्य के बयान में एकरूपता का नहीं होना है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उनकी कार को 31 दिसम्बर (गुरुवार) को रात 11.30 बजे के आसपास रोका गया था, जबकि हमला शनिवार (दो जनवरी) तड़के किया गया।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending