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राष्ट्रीय “रक्तदान अभियान” का आयोजन करेगा एचडीएफसी बैंक

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राष्ट्रीय “रक्तदान अभियान”, एचडीएफसी बैंक, रक्तदान शिविरों का आयोजन

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मुंबई। एचडीएफसी बैंक 11 दिसंबर को देश भर में रक्तदान अभियान का आयोजन करेगा। एचडीएफसी बैंक का यह वार्षिक आयोजन अब अपने नौवें वर्ष में पहुँच गया है। इस साल एचडीएफसी बैंक जीवन बचाने वाली इस पहल का हिस्सा बनने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य के साथ अधिक शहरों और कस्बों में रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रहा है। बैंक देश भर के 930 शहरों और कस्बों में 2,000 से अधिक केंद्रों में रक्तदान शिविरों की स्थापना करेगा। इस साल से एचडीएफसी बैंक कंपनियों के पास भी जा रहा है और उनके परिसरों में रक्तदान शिविर लगा रहा है। इस पहल में 200 से अधिक कंपनियों ने सहभागिता की है, जिनमें भारतीय उद्योग जगत के कुछ सबसे बड़े नाम भी शामिल हैं।

एचडीएफसी बैंक तीन साल से कॉलेज परिसरों में भी रक्तदान शिविरों की स्थापना करता रहा है। कॉलेजों में युवाओं की सकारात्मक प्रतिक्रिया से उत्साहित हो कर एचडीएफसी बैंक इस साल 750 से अधिक कॉलेज परिसरों में रक्तदान शिविरों का आयोजन करेगा। एचडीएफसी बैंक के रक्तदान अभियान में हिस्सा लेने वाले कॉलेज छात्रों की संख्या 2012 के 20,507 से बढ़ कर 2013 में 41,304 और 2014 में 67,871 हो गयी थी।

बैंक ने इस अभियान में तकनीकी सहायता के लिए 2000 से अधिक स्थानों पर स्थानीय अस्पतालों और और ब्लड बैंकों से तालमेल किया है। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के अनुसार एक देश को अपनी दस फीसद आबादी के बराबर न्यूनतम रक्त स्टॉक की जरूरत होती है। इसके मुताबिक भारत को 1.2 करोड़ यूनिट खून की जरूरत है, जबकि हम 90 लाख यूनिट खून ही एकत्र कर पाते हैं। एचडीएफसी बैंक ने यह पहल 2007 में शुरू की थी। उस वर्ष 4000 से अधिक स्वयंसेवियों ने इस मकसद को सफल बनाने में अपना योगदान किया था। उसके बाद से इन शिविरों की संख्या बढ़ती गयी है। वर्ष 2014 में बैंक ने 913 स्थानों पर 1987 संग्रह केंद्रों से 1,55,599 भागीदारों से 1,28,642 रक्त यूनिट का संग्रह किया।

एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड-ऑपरेशंस भावेश जवेरी ने इस अवसर पर कहा, हमें साल दर साल काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इस साल हम न केवल अधिक कॉलेज परिसरों को, बल्कि कंपनियों को भी जोड़ रहे हैं, जिससे आवश्यकता के समय रक्त चढ़ाये जाने के लिए उपलब्ध होना सुनिश्चित हो। सामाजिक रूप से जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में हम रक्त की माँग और आपूर्ति के बीच के अंतर को कम करना चाहते हैं। हम मानते हैं कि आवश्यकता के समय रक्त नहीं मिल पाने के चलते लोगों की जिंदगी नहीं जानी चाहिए।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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