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प्रादेशिक

नाबालिग निकला एनकाउंटर में ढेर हुआ विकास का साथी प्रभात मिश्रा, बहन ने दिखाई मार्कशीट

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कानपुर। यूपी एसटीएफ ने बीते दिनों विकास दुबे के जिस साथी प्रभात मिश्रा उर्फ़ कार्तिकेय को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था वो नाबालिग निकला। जबकि सरकारी प्रेस नोट में प्रभात उर्फ कार्तिकेय की उम्र 20 साल बताई गई थी। इस बात का दावा विकास की बहन ने किया है।

विकास की बहन हिमांशी ने मार्कशीट जारी कर दावा किया है कि प्रभात 16 साल का था। मार्कशीट में उसकी DOB 27 मई 2004 है। यानी वह 16 साल का हुआ। फरीदाबाद से गिरफ्तारी से पूर्व उसकी कोई क्राइम हिस्ट्री भी नहीं थी। हिमांशी ने कहा है कि उसके परिवार के किसी सदस्य की पृष्ठिभूमि आपराधिक नहीं रही है।

प्रभात की बहन ने कहा कि उसके पिता कभी विकास के पास नहीं उठते-बैठते थे। बहन बोली, मेरे परिवार का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। भाई को तो पहले ही बिना गलती मार दिया। वह तो नाबालिग था। हरियाणा और यूपी पुलिस की टीमों ने प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय को 7 जुलाई की रात फरीदाबाद में पकड़ा था।

फरीदाबाद की अदालत से 8 जुलाई को उसे ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया। पुलिस का दावा है कि 9 जुलाई की सुबह कानपुर लाते वक्त कानपुर नगर के भौंती एरिया में हाईवे पर अचानक सरकारी गाड़ी पंक्चर हो गई थी। इसके बाद प्रभात ने एसटीएफ के सिपाही की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। उसने फायरिंग भी की। जवाबी कार्यवाई में वो ढेर हो गया।

#prabhatmishra #minor #vikasdubey #encounter

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

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हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

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