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कोरोनाः भारतीयों को छोड़नी होगी ये पुरानी आदत, तभी वायरस से जंग जीत पाएगा भारत!

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस दुनिया के हर कोने में तबाही मचा रहा है। इस वायरस से देश में अब तक 82 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं।

वहीं, मरने वालों की संख्या भी 26 सौ के पार चली गई है। कई देशों की तरह ही भारत में कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है। लेकिन जब तक दवा की खोज नहीं हो जाती तब तक कोरोना को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के सहारे रोकने की कोशिश की जा रही है।

कोरोना को रोकने के लिए एक्सपर्ट्स बार-बार हाथ धोने और मास्क लगाकर रहने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही कुछ ऐसी भी आदते हैं जिनपर रोक लगाकर ही कोरोना से जंग जीती जा सकती है।

भारत में तमाम लोगों को सड़क पर चलते हुए या सार्वजनिक स्थानों पर थूक देने की आदत है। सड़क पर थूकना ना सिर्फ अशिष्टता है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद खतरनाक है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना वायरस थूकने से भी फैलता है।

कोरोना से संक्रमित कोई व्यक्ति अगर खुले में थूकता है तो उसके मुंह की लार 24 घंटे के अंदर संक्रमण फैला सकती है। इसलिए थूकने से रोकने को भी एक अभियान की तरह चलाना चाहिए तभी लोगों में जागरुकता आएगी क्योंकि थूकने की आदत लोगों के जीवन को खतरे में डाल सकती है।

कई लोगों को कहीं भी थूकने की आदत होती है जैसे चलते हुए, गाड़ी चलाते समय या फिर गाड़ी में बैठे-बैठे. थूक में जीवित कीटाणु होते हैं। जब कोई व्यक्ति थूक के पास से गुजरता है तो ये ड्रॉपलेट्स मुंह, नाक और आंखों के जरिए प्रवेश कर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देते हैं। इसके अलावा थूक में सिर्फ लार नहीं होती बल्कि कभी-कभी इसमें बलगम भी होता है जिसमें कई प्रकार के कीटाणु पाए जाते हैं।

थूकने वालों में सबसे ज्यादा वो लोग होते हैं जो पान खाते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति थूक के पास से गुजरता है तो उसे उस जगह को छूने से बचना चाहिए। अगर थूक गलती से कपड़ों पर आ गया है तो जल्द से जल्द अपने कपड़े बदल लें और उन कपड़ों को गर्म पानी में धोकर कीटाणुरहित कर लें।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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