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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोना को लेकर डॉक्टर का बड़ा दावा, इन दो चीजों के सेवन से वायरस का कर दिया खात्मा!

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नई दिल्ली। चीन से निकला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में महामारी के रूप में फैल चुका है। इस खतरनाक वायरस से अबतक 8 हजार से ज्यादा जान जा चुकी है। भारत में भी कोरोना के मरीजों की संख्या 150 के पार हो गई है।

इस बीच इंग्लैंड के एक डॉक्टर ने कोरोना वायरस को लेकर बड़ा दावा किया है। इंग्लैंड की एक वेटरन डॉक्टर ने दावा किया है कि वह मामूली दवाई और आमतौर पर खाई जाने वाली चीजों से ही इस खतरनाक वायरस को मात दे दी।

ब्रिटेन की 60 साल की क्लेयर गेराडा, रॉयल कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर्स (यूके) की हेड रह चुकी हैं। उन्हें न्यूयॉर्क के एक कांफ्रेस से लौटने के बाद कोरोना संक्रमण का पता चला था।

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर को शुरू में फीवर, जोड़ों और सिर में दर्द की शिकायत हुई। लगातार उन्हें कफ भी हो रहा था। लेकिन क्लेयर अब कोरोना वायरस के संक्रमण से रिकवर कर चुकी हैं।

बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव या इलाज के लिए कोई दवा नहीं बनाई जा सकी है। डॉक्टर मरीजों के लक्षण के आधार पर ही ट्रीटमेंट करते हैं। कोरोना वायरस से डर रहे लोगों को क्लेयर उम्मीद जताते हुई कहती हैं कि अगर बुजुर्गों को भी इस वायरस का संक्रमण हुआ तो उनमें से काफी लोग बच जाएंगे।

क्लेयर ने कहा- उनके शरीर की एनर्जी खत्म हो गई थी। वह एक नोट भी उठाने की हालत में नहीं थीं। बीमारी बढ़ने लगी थी, लेकिन क्लेयर का दावा है कि उन्हें कभी महसूस नहीं हुआ कि उनकी जान को खतरा है।

क्लेयर ने कहा कि वायरस के खिलाफ पूरी ताकत से उनका शरीर लड़ रहा था। उन्होंने कहा- ‘मैं समझती हूं कि लोग क्यों चिंतित हैं, लेकिन ज्यादातर बच जाएंगे जैसे कि मैं। इसकी वजह से मौत ही मिलेगी ऐसा नहीं है।’

क्लेयर ने कहा कि उनके पति जो कि खुद रॉयल कॉलेज ऑफ साइकैट्रिस्ट्स के पूर्व प्रेसिडेंट हैं, उन्होंने इन दिनों में खुद का चेहरा ढंक कर रखा ताकि उन्हें बीमारी न फैले।

60 साल की डॉक्टर ने कहा कि वह 5 दिनों तक बिस्तर पर रहीं और सिर्फ टॉयलेट ही जाने के लिए उठती थीं। उन्होंने कहा कि पैरासिटामोल की दो दवा दिन में तीन बार ली। साथ में लेमोनॉयड और चिकन सूप लेती थीं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगा कि चिकन सूप ने चमत्कार कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपने पति से सिर्फ फोन पर बातें कीं।

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भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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