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प्रादेशिक

कुरान-बाइबल पढ़ रहे हैं गोवा के मुख्यमंत्री, खुद दी जानकारी

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गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इन दिनों हिंदी में अनुवादित कुरान को पढ़ रहे हैं, जो उन्हें उपहार में दिया गया है। सावंत ने रविवार की देर शाम अपने विधानसभा क्षेत्र संकुएलिम में आयोजित ईद-ए-मिलाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “मैं जानना चाहता था कि कुरान में क्या लिखा गया है। मैं इसे पढ़ने के लिए उत्सुक था।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने एक परिचित से हिंदी में अनुवादित पवित्र पुस्तक की एक प्रति उन्हें देने के लिए कहा था।

उन्होंने कहा, “मैंने इसे अभी तक पूरा नहीं पढ़ा है .. सिर्फ कुछ अध्याय पढ़ा है। जैसे मैंने बाइबल के कुछ हिस्से पढ़े हैं। मैं बाइबल पढ़ने की कोशिश भी कर रहा हूं। मैंने पहले ही भगवद् गीता पढ़ ली है। कुरान में इंसान को सभी (प्रजातियों) से ऊपर दर्जा दिया गया है। न तो कुरान, न ही बाइबल और न ही भगवद गीता कहती है कि अन्य धर्मों को बदनाम करना चाहिए और उपहास करना चाहिए। कुरान का कहना है कि हमारा धर्म सबसे अधिक श्रेष्ठ है, लेकिन साथ ही यह भी कहता है कि अन्य धर्मो का भी सम्मान किया जाना चाहिए।”

गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार का नेतृत्व करने वाले सावंत ने यह कहते हुए राज्य के समान नागरिक संहिता की सराहना की कि राज्य सरकार ने समुदायों के बीच भेदभाव नहीं किया है।

उन्होंने कहा, “सरकार भेदभाव में विश्वास नहीं करती है। सभी योजनाएं सभी के लिए खुली हैं। गोवा एकमात्र राज्य है जिसके पास समान नागरिक संहिता है। कुछ अन्य राज्य अब इसे लागू करना चाहते हैं। गोवा को धार्मिक सहिष्णुता और सभी पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकार देने के के लिए जाना जाता है।”

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

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हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

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