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बिजनेस

दिवाली से पहले 30 लाख डेबिट कार्ड हैक, मचा हडक़म्प

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debit cardमुंबई। दिवाली से पहले ही उपभोक्ताओं के मन में डर बैठ गया है क्योंकि विभिन्न बैंकों के 30 लाख से ज्यादा डेबिट कार्ड ‘दागी’ बन गए हैं, क्योंकि उनकी सुरक्षा को खतरा है। इस मामले की विशेषज्ञों ने जांच शुरू कर दी है।

डेबिट या क्रेडिट कार्ड के डेटा का लीक होने का खतरा होता है। जब एटीएम मशीन या किसी स्वाइप टर्मिनल कार्ड को स्वैप करते हैं तो उसके आंकड़े अनाधिकृत व्यक्ति या समूह के हाथों में जा सकते हैं। जिन बैंकों के क्रेडिट कार्ड चोरी हुए हैं उनमें से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उपभोक्ताओं के डेबिट कार्ड को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है और उन्हें नए कार्ड मुफ्त जारी किए जा रहे हैं।

वर्तमान परिदृश्य में एसबीआई ने अकेले अभी तक 6 लाख डेबिट कार्ड को ब्लॉक किया है, ताकि उपभोक्ताओं को किसी संभव खतरे से बचाया जा सके।
कार्ड कंपनियों में से एक मास्टरकार्ड ने गुरुवार को कहा कि उसकी प्रणाली में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। मास्टरकार्ड के प्रवक्ता ने कहा, हम सरकारी एजेंसियों और नियामकों के साथ मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं।

उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक खाते पर नजर रखें और किसी प्रकार की गड़बड़ी का पता चलते ही बैंक को सूचित करें। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि एसबीआई के करीब 20 करोड़ सक्रिय डेबिट कार्ड हैं, साथ ही अन्य बैंकों के 4.75 करोड़ डेबिट कार्ड हैं।

इससे पहले सितंबर में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनसीपीआई) ने कहा था कि उसकी प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित है। एनसीपीआई ही देश के सभी खुदरा भुगतान को नियंत्रित करती है और रोजाना 2.5 करोड़ लेन-देन का प्रबंधन करती है।

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बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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