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कर्नाटक चुनाव : भगवा आंधी में जातिगत समीकरण टूटे,मुस्लिमों–दलितों ने भी बीजेपी को झूमकर दिया वोट

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नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में चली भगवा आंधी में कांग्रेस और जेडीएस को करारी शिकस्‍त झेलनी पड़ रही है। मतगणना के रुझानों में बीजेपी ने बहुमत के आंकड़े को छू लिया है। देशभर के बीजेपी दफ्तरों में जश्‍न का माहौल है तो वहीं पार्टी कार्यकताओं में भी उत्‍साह देखते ही बन रहा है। नई दिल्‍ली के कांग्रेस पार्टी के मुख्‍यालय में भी मीडियाकर्मियों के अलावा कोई नजर नहीं आ रहा है।

रुझानों को देखते हुए कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है। राज्य के ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) सत्ता में पांच साल रहने के बाद सत्ता से बेदखल होती दिख रही है।

भाजपा के प्रवक्ता एस. शांताराम ने कहा कि हम प्रफुल्लित हैं क्योंकि हमने आधा रास्ता तय कर लिया है। हमें जीत का पूरा भरोसा है। अभी तक कोई परिणाम घोषित नहीं हुआ है, लेकिन शनिवार को हुए मतदान के बाद मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भाजपा सत्तारुढ़ कांग्रेस से आगे चल रही है और जेडी-एस तीसरे स्थान पर है। असल में बीजेपी को कर्नाटक में हर वर्ग और जाति से वोट मिले है। इसकी वजह से उनकी जीत की राह आसान हुई है।

कर्नाटक राज्‍य में 23 मुस्लिम बहुल सीटें हैं। साल  2013 में बीजेपी को 23 में से सिर्फ आठ सीटों पर फतह मिली थी, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 10 सीटें के साथ दो सीटों का फायदा होता दिख रहा है।

एससी-एसटी मतदाताओं के वोट भी बीजेपी की झोली में आए है। 2013 में बीजेपी को 23 सीटें मिली थीं, लेकिन 2018 में बीजेपी को 28 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। इससे साफ है कि बीजेपी दलित वोटरों को लुभाने में कामयाब रही है। कर्नाटक में एससी-एसटी बहुल 62 सीटें हैं।

 

 

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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