Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

अगर आपको ये दिक्कतें हैं तो लीवर की जांच कराएं

Published

on

Loading

देश में मोटापा, शराब के बढ़ते सेवन और यकृत संक्रमण से लीवर की बीमारियां बढ़ रही हैं। देश के अन्य हिस्सों की तुलना में उत्तर भारत में लीवर रोगियों की संख्या काफी अधिक है, जिनका निदान तक नहीं हो पाता।

डायग्नॉस्टिक चेन एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स ने बताया कि देशभर की एसआरएल लैब्स में वर्ष 2015 से 2017 के दौरान 4.24 लाख लोगों पर यह जांच की गई। जांच में चार मानक एसजीपीटी, एसजीओटी, एएलपी व बाइलीरूबिन और टोटल प्रोटीन एवं एल्बुमिन के विश्लेषण के आधार पर यह परिणाम सामने आए हैं।

एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स के एडवाइजर और मेंटॉर डॉ बी.आर. दास ने कहा, भारत में मोटापे, शराब के बढ़ते सेवन और यकृत संक्रमण से लीवर की बीमारियां बढ़ रही हैं। साथ ही लीवर रोग अब बड़ी उम्र तक ही सीमित नहीं रहे, 40 से कम उम्र के लोग भी लीवर रोगों का शिकार हो रहे हैं। हालांकि लीवर रोग के लक्षण तब तक साफ नहीं दिखाई देते, जब तक कि रोग अपनी अडवान्स्ड अवस्था में नहीं पहुंच जाता। इसलिए जल्द से जल्द रोग का निदान बहुत जरूरी है।

उत्तर भारत में लीवर रोगियों की संख्या देश में सबसे अधिक

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार लीवर रोग कई देशों में मृत्यु का सबसे आम कारण है। इस दृष्टि से भारत 10वें स्थान पर है। हर साल देश में लीवर सिरोसिस के 10 लाख नए मामलों का निदान किया जाता है। इस तरह साल दर साल भारत में लीवर रोगों के मामलों में होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

डॉ. दास ने कहा, लीवर एक संवेदनशील अंग है, जब तक इसकी बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, तब तक रोग बहुत आगे बढ़ चुका होता है। इसलिए नियमित रूप से स्वास्थ्य-जांच करवाते रहना जरूरी है, ताकि बीमारी का निदान जल्द से जल्द हो जाए और समय पर इलाज शुरू किया जा सके।

उन्होंने कहा, जीवनशैली में बदलाव और दवाओं के द्वारा लीवर रोगों का इलाज संभव है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए सच है जो संतुलित आहार का सेवन नहीं करते हैं। सेहत को लेकर हमेशा ऐसा दृष्टिकोण रखें कि रोगों से बचने की कोशिश करें, ताकि आप अपने आप को इलाज की परेशानी से बचा सकें।

सर्वे के मुताबिक, महिलाओं (15.97 फीसदी और 15.47 फीसदी) की तुलना में पुरुषों (28.59 फीसदी और 20.99 फीसदी) में एसजीपीटी और एसजीओटी के स्तर अधिक असामान्य पाए गए।

इसी तरह बाइलीरूबीन का स्तर भी महिलाओं (13.45 फीसदी) की तुलना में पुरूषों (21.82 फीसदी) में अधिक पाया गया।

वहीं पुरुषों (16.59 फीसदी) की तुलना में महिलाओं (17.18 फीसदी) में एएलपी का स्तर सामान्य से अधिक पाया गया। युवाओं में लीवर एंजाइम संबंधी असामान्यताएं अधिक पाई गईं, जबकि बड़ी उम्र के लोगों में एल्बुमिन और टोटल प्रोटीन से जुड़ी असामान्यताएं पाई गई हैं।

अगर आपको ये दिक्कतें आती हैं तो इग्नोर न करें:—

मतली और उल्टी होना
पेट के आस-पास सूजन
वजन में कमी
पैरों में सूजन
पेशाब का रंग पीला होना
आंखों का पीला पड़ना
भूख न लगना

इनपुट आईएएनएस

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending