Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

सोनपुर मेले में आकर्षण बना ‘चिड़िया बाजार’

Published

on

Loading

पटना| बिहार के सारण और वैशाली जिले की सीमा पर गंगा और गंडक नदी के मिलनस्थल पर लगने वाला विश्व प्रसिद्घ हरिहर क्षेत्र का ‘सोनपुर मेला’ आज भी अपनी परंपराओं को संजोए हुए है। कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ होकर अगले एक महीने तक चलने वाले सोनपुर मेले को देश-दुनिया में एशिया के सबसे बड़े पशु मेले के तौर जाना जाता है।

इस मेले में आज के दौर में भी पशुओं के प्रति लोगों का आकर्षण बरकरार है। इस मेले में पुराने समय की तरह हाथी-घोड़ों का ही जलवा नहीं है, बल्कि विदेशी नस्ल के कुत्तों की छटा भी निराली है। मेले में ‘चिड़िया बाजार’ के नाम से बने एक क्षेत्र में कुत्तों का बाजार सजा है।

सारण जिले के एक अधिकारी के मुताबिक, सोनपुर मेले में अब तक 2़ 70 करोड़ रुपए के पशु-पक्षियों की खरीद-फरोख्त की गई है। इसमें करीब छह लाख के कुत्तों का क्रय-विक्रय हो चुका है। मेले में कुत्तों के 15 से ज्यादा व्यापारी अपने स्टॉल लगाए हुए हैं।

वाराणसी से आए कुत्ता व्यापारी जयशंकर अकेला कहते हैं, “रांची, पटना, बनारस सहित कई जगहों के कुत्ता व्यापारी यहां पहुंचे हैं। व्यापारी हर साल यहां आते हैं और एक महीने तक यहां रहकर ग्राहकों को उनकी पसंद के कुत्ते उपलब्ध कराते हैं।”

उन्होंने बताया कि ऐसे तो यहां सभी नस्लों के कुत्तों की ब्रिकी हो रही है, लेकिन सबसे ज्यादा बिक्री उजले रंग के पामेलियन कुत्तों की हुई है, जिसकी कीमत चार से छह हजार रुपए है।

एक अन्य कुत्ता व्यापारी ने बताया कि यहां बॉक्सर, गोल्डन लिटिवर, डोबरमैन, लेब्रा, जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते उपलब्ध हैं। मेले में सेंट बरनाल कुत्ते की कीमत 50 हजार रुपए मांगी जा रही है। बताया जा रहा है कि अब तक इस प्रजाति के तीन कुत्ते बिक चुके हैं।

पटना के एक कारोबारी कहते हैं कि लंबे मुंह वाले गोल्डन लिटिवर प्रजाति के कुत्ते भी ग्राहकों को खूब पसंद आ रहे हैं। इसके अलावा साधारण तौर पर लोग डोबरमैन कुत्ते की मांग भी कर रहे हैं।

इधर, घोड़ा बाजार में भी लोगों की उत्सुकता बनी है। घोड़ा बाजार में लोगों के लिए जहां ‘बादल’ और ‘पवन’ घोड़े आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, वहीं बैल बाजार में ‘हीरा-मोती’ के कदमताल देखने के लिए लोग मेला के पशु बाजार में पहुंच रहे हैं।

घोड़ा बाजार के व्यवस्थापक शिवशंकर सिंह बताते हैं कि बादल घोड़ा छह वर्ष का है और उसकी कीमत 11 लाख तय की गई है, जबकि तीन वर्ष के पवन की कीमत आठ लाख रुपए रखी गई है। उन्होंने बताया कि घोड़ा बाजार में कई घोड़े केवल प्रदर्शनी के तौर पर यहां लाए गए हैं। यहां एक से लेकर तीन-चार लाख के कई घोड़े-घोड़ियां उपलब्ध हैं।

आज कृषि के क्षेत्र में भले ही मशीनीकरण की बात की जा रही हो परंतु सोनपुर के पशु बाजार में बैलों की भी खूब खरीद-बिक्री हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक, अब तक यहां 283 जोड़े बैलों की बिक्री हो चुकी है। इस मेले में इस वर्ष बड़ी संख्या में बैल लाए गए हैं।

वैसे स्थानीय बुजुगरें की मानें तो अब बैल-गाय और घोड़ों की नस्लों में गिरावट आई है। पशु व्यापारियों का कहना है कि व्यापारी अपने पशुओं के साथ यहां चले तो आते हैं, लेकिन पशुओं के चारे के लिए यहां काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

सोनपुर मेले में चिड़िया बाजार में लोगों के लिए दुर्लभ वन्य पक्षी भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। वैसे दुर्लभ वन्य पक्षियों की खरीद-बिक्री पर रोक है। इस मेले में पीले रंग के कबूतर, रेड वेंटेड बुलबुल, कॉमन मुनिया, काले मुंडवाली मुनिया समेत कई तरह के पक्षी उपलब्ध हैं।

बिक्री के लिए पशुओं को बहुत बारीकी से सजाकर खड़ा किया जाता है। पशुओं के विक्रेताओं में आम से लेकर खास लोग भी होते हैं।\

 

All https://essayclick.net pilotage services are to continue to operate and all pilots are to be held at their normal stations ready for service and equipped with their charts

प्रादेशिक

राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

Published

on

Loading

दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

Continue Reading

Trending