Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

‘ब्रह्मास्त्र’ हाथ में लेकर मोदी से मुकाबला करने उतरेंगे मनमोहन

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख दल चक्रव्यूह रचने में लग गए हैं। भाजपा और कांग्रेस वोट बैंक को जोडऩे वाले स्टार प्रचारकों की रैलियों की तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी 50 सभाएं करेंगे, वहीं कांग्रेस उनका मुकाबला करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को मैदान में उतारेगी। खास बात यह है कि इसके लिए मनमोहन ‘ब्रह्मास्त्र’ हाथ में लेकर मोदी को चुनौती देंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में करीब एक माह में 30 से अधिक सभाएं और दर्जनों रोड शो कर सकते हैं जबकि कांग्रेस पाटीदार-ओबीसी-दलित समीकरण बनाने में जुटी है। कांग्रेस ने मोदी से मुकाबले के लिए मनमोहन को तैयार किया है और एक खास ‘ब्रह्मास्त्र’ उनके हवाले किया है। यह ‘ब्रह्मास्त्र’ है जीएसटी। कांग्रेस जीएसटी पर व्यापारी वर्ग की कथित नाराजगी को भुनाने के लिए ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी मैदान में उतार रही है।

गुजरात चुनाव में जीएसटी को लेकर व्यापारियों में नाराजगी एक प्रमुख मुद्दा है। इसी वजह से जीसएटी पर अर्थशास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह के अलावा कांग्रेस अपने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को भी गुजरात में चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसके अलावा कमजोर स्वास्थ्य के बावजूद सोनिया गांधी के भी कुछ सभाएं करने की संभावना है।

वहीं 10 नवंबर के बाद मोदी गुजरात के चुनाव में उतर सकते हैं। गुजरात चुनाव को मोदी की प्रतिष्ठा से जोड़ा जा रहा है। इस साल अब तक 10 बार मोदी गुजरात का दौरा कर चुके हैं। ऐसे में पार्टी के लोगों का कहना है कि मोदी गुजरात में करीब 30 चुनावी रैलियों में हिस्सा ले सकते हैं।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending