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नेशनल

डेरा को देना होगा मुआवजा, हाईकोर्ट ने मांगी संप्रदाय की सम्पत्तियों की लिस्ट

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चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि अदालत द्वारा डेरा प्रमुख को दुष्कर्म का दोषी पाए जाने के बाद, उसके अनुयायियों द्वारा की गई हिंसा से हुए नुकसान का मुआवजा डेरा सच्चा सौदा संप्रदाय को भरना होगा। अदालत ने डेरा संप्रदाय की संपत्तियों की लिस्ट मांगी।

अपने सुनवाई में उच्च न्यायालय ने कहा कि संप्रदाय को आगजनी और हिंसा में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति करनी होगी। अदालत ने केंद्र सरकार को पंजाब को अतिरिक्त बल मुहैया कराने का निर्देश दिया।

पंजाब के वकील ने अदालत को बताया कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दुष्कर्म और यौन शोषण का दोषी ठहराए जाने के फैसले के बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है।

डेरा सच्चा सौदा के अनुयाइयों द्वारा की गई हिसा में कम से कम 30 लोग मारे गए। डेरा प्रमुख दसियों हजार अनुयाइयों ने वाहनों और घरों में आग लगा दी और मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया, जब साल 2002 के एक मामले में सीबीआई की विशेष अदालतने अपना फैसला सुनाया।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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