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अन्तर्राष्ट्रीय

युगांडा के विद्रोही की पैरवी को 30 वकीलों का आवेदन

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कम्पाला| दुनिया के विभिन्न देशों से 30 से अधिक अधिवक्ताओं ने युगांडा के कुख्यात लॉर्डस रेसिस्टेंस आर्मी (एलआरए) के विद्रोही कमांडर डोमिनिक ओंगवेन की अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) में पैरवी करने के लिए आवेदन दिया है। युगांडा के अंतर्राष्ट्रीय संबंध मामलों के मंत्री हेनरी ओकेलो ओरियम ने यहां संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका, यूरोपीय संघ तथा अफ्रीकी देशों के 30 से अधिक वकीलों ने आईसीसी में ओंगवेन की स्वतंत्र पैरवी के लिए महान्यायवादी, लोक अभियोजक के निदेशक और मंत्रालय से संपर्क किया है।

उन्होंने बताया कि ओंगवेन को वकीलों से मिलने दिया जाएगा और यह उस पर निर्भर करेगा कि अपनी पैरवी के लिए वह किसे चुनता है।

आईसीसी में ओंगवेन के खिलाफ युद्ध अपराध तथा मानवता के विरुद्ध अपराध का मामला चलेगा।

ओंगवेन ने सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (सीएआर) सेलेका विद्रोहियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसने बाद में उसे अमेरिका के विशेष सुरक्षा बलों को सौंप दिया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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