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एसएलवाई की खुदाई करने पर कई इनेलो नेता हिरासत में

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चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने गुरुवार को अंतर्राज्यीय सीमा पर हरियाणा की विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कई नेताओं को हिरासत में लिया। उन्होंने विवादित सतलज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) की बिना अनुमति खुदाई शुरू कर दी थी। गुरुवार शाम हिरासत में लिए गए नेताओं में इनेलो के महासचिव अभय चौटाला, राज्य में इनेलो के अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पार्टी के कई विधायक व अन्य नेता शामिल हैं।

हाथों में कृषि के औजार लिए कुछ प्रदर्शनकारियों ने शंभु सीमा पर सांकेतिक खुदाई कर पार्टी की योजना पूरी की। इनेलो नेताओं की योजना पटियाला जिले के एक गांव पहुंचने की थी, जो शंभु बैरियर से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शंभु में पंजाब पुलिस ने इनेलो कार्यकर्ताओं को सीमा पार जाने की मंजूरी नहीं दी गई। पटियाला क्षेत्र के उप पुलिस महानिरीक्षक आशीष चौधरी ने कहा, “हमने प्रदर्शनाकारियों को चेतावनी दी थी कि उन्हें हिरासत में ले लिया जाएगा।”

प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगा दी थी और पटियाला के सीमांत इलाकों में पांच या उससे अधिक लोगों के जुटने पर पाबंदी लगा दी थी। हरियाणा के अंबाला जिले तथा पंजाब के पटियाला जिले में अधिकारियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। दोनों जिलों की सीमा को सील कर दिया गया था। हिरासत में लिए गए चौटाला ने कहा, “हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना चाहते थे। हरियाणा तथा केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार सतलज-यमुना लिंक नहर का पानी हरियाणा में लाने के लिए कुछ नहीं कर रही है, इसलिए हम हरियाणा के लोगों के अधिकारियों के लिए उठ खड़े हुए और लड़ाई शुरू की।”

सतलज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर को लेकर हरियाणा के विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का प्रदर्शन गुरुवार दोपहर तेज हो गया, जब हजारों की संख्या में पार्टी के नेता व कार्यकर्ता अंबाला शहर से पार्टी के आह्वान पर एसवाईएल नहर की खुदाई के लिए पंजाब से सटे सीमावर्ती इलाके की ओर बढ़े।

ट्रैक्टर-ट्रॉली, मिनीट्रक और अन्य वाहनों से इनेलो के समर्थकों ने अंबाला से करीब 10 किलोमीटर दूर हरियाणा व पंजाब के बीच शंभु सीमा की ओर कूच किया। इनेलो की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष अशोक अरोड़ा पार्टी महासचिव अभय चौटाला के साथ ट्रैक्टर-टॉली में बैठकर रवाना हुए। अभय चौटाला ने ही एसवाईएल नहर की खुदाई का आह्वान किया है।

पंजाब व हरियाणा के बीच शंभु नाके पर दोनों राज्यों की पुलिस, अर्धसैनिक बल हाईअलर्ट पर रहे, ताकि इनेलो समर्थकों को पंजाब में प्रवेश करने से रोका जा सके। इनेलो के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा बलों ने सुबह से ही हरियाणा में अंबाला और पंजाब में राजपुरा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 को सील कर दिया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को अमृतसर से जोडऩे वाले इस व्यस्त राजमार्ग को सील किए जाने की वजह से हजारों लोगों को गुरुवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यातायात अन्य मार्गो पर परिवर्तित कर दिया गया।

पंजाब और हरियाणा के हजारों मोटरचालक रोजाना एनएच-1 से सफर करते हैं। अंबाला में काम करने वाली और पंजाब के राजपुरा के पास के गांव से यात्रा करने वाली महिला कर्मचारी सुरजीत कौर ने कहा, “मैं अंबाला जाने के लिए पहले ही तीन किलोमीटर का सफर तय कर चुकी हूं।” हरियाणा के अंबाला और पंजाब के पटियाला जिलों में सीमा को हाईअलर्ट पर रखा गया। पटियाला रेंज उपमहानिरीक्षक आशीष चौधरी ने शंभु नाके पर कहा, “हमने पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। किसी भी कार्यकर्ता को पंजाब में जाने की अनुमति नहीं होगी।”

पंजाब सरकार के एक हेलीकॉप्टर और कई अन्य ड्रोनों के जरिये भी हालात की निगरानी की गई। इनेलो के कार्यकर्ता एवं नेता सुबह से ही अंबाला शहर के सब्जी मंडी ग्राउंड में जुटने लगे थे। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक के.पी. सिंह ने कहा कि राज्य पुलिस हालात से निपटने के लिए तैयार है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने नवंबर 2016 को पंजाब विधानसभा से पारित पंजाब टर्मिनेशन ऑफ वाटर एग्रीमेंट्स बिल 2004 को असंवैधानिक करार दिया था।

इसके जरिये राज्य विधानसभा ने पंजाब तथा पड़ोसी राज्यों के बीच जल साझा करने वाले सभी समझौतों को निरस्त कर दिया था, जिससे एसवाईएल नहर की निर्माण योजना खटाई में पड़ गई थी। इससे हरियाणा में कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलना है।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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