अन्तर्राष्ट्रीय
ट्रंप के शपथ-ग्रहण के दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल, 217 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
वाशिंगटन | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुक्रवार को शपथ-ग्रहण समारोह के दौरान व्यापक विरोध-प्रदर्शन हुए। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के बावजूद ट्रंप समर्थक व विरोधी एक-दूसरे से उलझ गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 217 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया। वाशिंगटन डी.सी.के दमकल विभाग के प्रवक्ता विटो मैगिलो ने सीएनएन को बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए हमले में घायल हुए दो पुलिसकर्मियों और एक अन्य शख्स को अस्पताल ले जाया गया है।
ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद 12वीं और के स्ट्रीट पर जुटे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और बोतलें फेंकी।
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
डी.सी. के पुलिस प्रमुख पीटर न्यूशैम ने सीएनएन को बताया कि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी, पुलिस से भिड़ रहे थे जबकि उन्होंने हजारों की संख्या में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों की सराहना की।
न्यूशैम ने कहा, “यह बहुत ही अलग घटना है और सब कुछ बहुत ही शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। बहुत सारे लोग इस ऐतिहासिक दिन का गवाह बनने के लिए यहां आ रहे हैं।”
ट्रंप के शपथ-ग्रहण के दिन दिनभर लोगों का प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान उन्होंने इमारतों की खिड़कियां तोड़ दी, पुलिस कारों और अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया, कुछ वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों में से कुछ ने मास्क पहन रखे थे और ये काले रंग की पोशाक में थे।
एक पुलिसकर्मी ने बताया, “प्रदर्शन के नाम पर अपराध करने वालों को नियंत्रित करने के लिए पेपर स्प्रे और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, ताकि लोगों और संपत्ति की रक्षा की जा सके।”
एक प्रदर्शनकारी और न्यू मेक्सिको के एक 20 वर्षीय छात्र लीसैंडर रीड पॉवेल ने सीएनएन को बताया, “मुझे लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप फासीवादी हैं और लोगों विशेष रूप से पीड़ा में रह रहे लोगों के लिए फासीवादी विचारधारा से प्रेरित होना बहुत आसान है।”
एक चौराहे पर लगभग 50 प्रदर्शनकारी सड़क के बीच बैठ गए, ताकि ट्रंप समर्थकों को उस सुरक्षित स्थान पर जाने से रोका जा सके, जहां से वे शपथ-ग्रहण समारोह देख सकें।
सीएनएन के मुताबिक, ट्रंप के विरोध में लंदन, हांगकांग और बर्लिन सहित दुनियाभर में प्रदर्शन हुए। यहां प्रदर्शनकारी एक साइनबोर्ड लिए हुए थे जिस पर लिखा था ‘वाल्स डिवाइड’।
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के मुताबिक, न्यूयॉर्क में ट्रंप टावर के बाहर सात प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
अन्तर्राष्ट्रीय
अमेरिका के साउथ कैरोलिना में बड़ा सड़क हादसा, गुजरात की तीन महिलाओं की मौत
नई दिल्ली। अमेरिकी राज्य साउथ कैरोलिना में एक घातक कार दुर्घटना में गुजरात के आणंद की रहने वाली तीन महिलाओं की जान चली गई। मृतकों की पहचान रेखाबेन पटेल, संगीताबेन पटेल और मनीषाबेन पटेल के रूप में हुई है।
यह दुर्घटना अटलांटा से ग्रीन वैली साउथ कैरोलिना जाते समय हुई। कार डिवाइडर से टकराकर 20 फीट ऊपर उछली और सड़क के दूसरी तरफ पेड़ों के बीच जाकर गिरी। यह हादसा अमेरिकी समयानुसार शुक्रवार सुबह 11 बजे हुआ।
हादसे में तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चला रही महिला को गंभीर चोटें लगी हैं और वह अस्पताल में भर्ती है। हादसे के तुरंत बाद अपातकालीन सेवाओं की टीम और साउथ कैरोलीना हाइवे पेट्रोल टीम, स्थानीय अग्निशमन दल और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचीं और सभी को गाड़ी से बाहर निकाला। कार चला रही महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तीनों महिलाएं एक-दूसरे की रिश्तेदार हैं। इनके पति आपस में भाई हैं। पूरा परिवार 1985 में अमेरिका में बस गया था। तीनों जॉर्जिया की रहने वाली थीं। वाहन की पहचान करने वाले सिस्टम ने पहले ही पटेल परिवार को चेतावनी दी थी।
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