Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मप्र में देर रात तक एटीएम, सर्राफा दुकानों पर रही भीड़

Published

on

Loading

मप्र में देर रात तक एटीएम, सर्राफा दुकानों पर रही भीड़

भोपाल | 500-1000 रुपये के नोट के प्रचलन पर रोक लगाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अन्य हिस्सों के एटीएम के बाहर और सर्राफा दुकानों पर खासी भीड़ रही। एक तरफ एटीएम से रकम निकालने के लिए कतारें लगी रहीं। वहीं बड़े नोट रखने वाले थैलों में रकम भरकर मनपसंद जेवरात खरीदने सर्राफा दुकानों पर पहुंचे।

प्रधानमंत्री द्वारा 500-1000 रुपये के नोट प्रचलन से बंद किए जाने की घोषणा जंगल में आग की तरह फैल गई। फिर क्या था? एटीएम पर 100-100 रुपये के नोट पाने के लिए लंबी लंबी कतारें लग गईं, कई एटीएम में तो 100 रुपये के नोट ही नहीं निकल रहे थे, तो कई मशीनें हैंग कर गईं।

राजधानी के एमपी नगर क्षेत्र में रहने वाले राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने मंगलवार की शाम को ही एटीएम से रकम निकाली थी, जिसमें 500-500 के नोट निकले थे, पर इन नोटों पर मध्य रात्रि से रोक लगाए जाने की खबर के बाद वे घबरा गए और छोटे नोट निकालने एटीएम पर पहुंचे, पर उनकी चाहत पूरी नहीं हो पाई।

एक तरफ जहां आमजन आने वाली समस्या से बचने के लिए 100-100 रुपये के नोट निकालने के लिए एटीएम पहुंचे थे, वहीं दूसरी ओर कारोबारी दिन भर में हुए कारोबार की रकम जमा करने कैश डिपोजिट मशीन पर पहुंच रहे थे।

बैंकों की एटीएम व सीडीएम पर तो कतारें थीं ही, सर्राफा दुकानों का नजारा भी जुदा था, रात को 11 बजे तक बड़ी संख्या में लोग खरीदारी में लगे रहे। इन स्थानों पर खरीदारों की मौजूदगी से ऐसे लग रहा था, मानो दिवाली के बाद फिर धनतेरस आ गया हो।

राजधानी के एमपी नगर, मालवीय नगर, न्यू मार्केट, पुराना भोपाल के चौक बाजार आदि स्थानों की ज्वेलर्स की दुकानों पर बड़ी संख्या में लोग थैलों और बच्चों के स्कूली बैग में रकम भरकर पहुंचे। यहां देर रात तक जेवरात खरीदने का दौर चलता रहा, तो कहीं कई दुकानदारों ने 500-1000 रुपये के नोट के प्रचलन पर रोक लगाए जाने की खबर मिलते ही अपने प्रतिष्ठान तय समय से पहले ही बंद कर दिए।
इसी तरह के हालात राज्य के जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन के प्रमुख शहरों से लेकर कस्बों तक में रहे, जहां देर रात तक लोग अपने पास मौजूद 500-1000 रुपये के नोट खपाने में लगे रहे तो कुछ एटीएम से छोटे नोट निकालने की जुगत में जुटे रहे।

प्रादेशिक

राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

Published

on

Loading

दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

Continue Reading

Trending