Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

10 लाख बैंक कर्मचारी 28 फरवरी को करेंगे हड़ताल

Published

on

Loading

Bank strikeचेन्नई। करीब 10 लाख बैंक कर्मी बैंक ऋणों की वसूली, जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई, नोटबंदी के बाद नकदी की कमी का निदान करने की मांग को लेकर 28 फरवरी को हड़ताल पर जा रहे हैं। एक शीर्ष यूनियन नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने बताया, पहले तीन यूनियन ने हड़ताल पर जाने का आह्वान किया था, लेकिन अब इसमें सभी 9 बैंक यूनियन शामिल हो गई हैं। इसलिए अब 7 फरवरी की बजाए 28 फरवरी को हड़ताल होगी।

उन्होंने कहा कि सभी 9 यूनियन के करीब 10 लाख बैंककर्मी, जिसमें अधिकारियों लेकर क्लर्क तक शामिल हैं, 28 फरवरी को हड़ताल करेंगे।

जिन तीन यूनियन ने 7 फरवरी को हड़ताल का आह्वान किया था, उनमें एआईबीईए, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और बैंक एंप्लाई फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) शामिल हैं।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending