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‘हिंदू आतंकवाद’ के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस में चले जुबानी तीर

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नई दिल्ली। ‘हिंदू आतंकवाद’ के मुद्दे पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच जमकर शब्दों के तीर चल रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र की राजग सरकार देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने और ध्रुवीकरण की राजनीति के तहत हिंदू आतंकवाद का मुद्दा उठा रही है। भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मुद्दे पर अपनी पार्टी का रुख साफ करने को कहा है।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस पर ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द को गढ़ने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की धार को कुंद करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि तत्कालीन संप्रग सरकार के गृहमंत्री के बयान को संदर्भ से काटकर पेश किया जा रहा है। राजग सरकार जान बूझकर ऐसा कर रही है। यह भाजपा की देश के लोगों को बांटने की एक सोची समझी रणनीति है। उन्होंने कहा कि पार्टी दो समुदायों के बीच विवाद खड़ा करना चाह रही है। आजाद ने कहा कि भाजपा के ऐसा करने का मकसद आतंकवाद से निपटने में अपनी नाकामी को छिपाना, संसदीय मंच का दुरुपयोग करना और अपने राजनैतिक विरोधियों, खासकर कांग्रेस को बदनाम करना है।

आजाद ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रही है। पार्टी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को आंतकवाद के हाथों मरते देखा है। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, देश में ध्रुवीकरण बढ़ा है। यहां तक कि जम्मू एवं कश्मीर में भी ऐसा हुआ है। कश्मीर में आतंकवाद की समस्या हो सकती है लेकिन वहां के समाज का कभी भी ध्रुवीकरण नहीं हुआ था। लेकिन, भाजपा जब से जम्मू-कश्मीर की सत्ता का हिस्सा बनी है, तभी से इस राज्य में भी बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण बढ़ गया है।

आजाद के बयान पर भाजपा ने तुरंत और तगड़ा पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा सोनिया गांधी से जानना चाहती है कि क्या वह राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के हिंदू आतंकवाद के तमाम आरोपों से सहमत हैं। प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार अमेरिकी राजदूत से कहा था कि हिंदू आतंकवाद के मुकाबले लश्कर-ए-तैयबा कम खतरनाक है। लश्कर के सक्रिय होने और भारत को आसन्न खतरे के बारे में अमेरिकी राजदूत के सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि भारतीय मुसलमानों के कुछ हिस्सों में लश्कर के लिए समर्थन देखा गया है। लेकिन राहुल गांधी ने कहा था कि बड़ा खतरा कट्टर हिंदू संगठनों की तरफ से है जो मुस्लिम समुदाय के साथ तनाव और राजनैतिक विवाद पैदा कर रहे हैं। रविशंकर प्रसाद ने ये बातें ब्रिटिश अखबार द गार्डियन के हवाले से कहीं।

प्रसाद ने यह भी साफ कर दिया कि उनकी पार्टी ने कभी भी मुस्लिम आतंकवाद की बात नहीं की। पार्टी ने हमेशा जेहादी आतंकवाद कहा। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सरकार के तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि भारत हिंदू आतंकवाद को लेकर चिंतित है। फिर चिदंबरम ने भी भगवा आतंकवाद की बात कही। भाजपा का रुख इस मामले में साफ है और वह यह कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। भाजपा कभी भी मुस्लिम आतंकवाद की बात नहीं करती। पार्टी ने हमेशा जेहादी आतंकवाद का ही मुद्दा उठाया है।

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पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

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श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

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