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बिजनेस

सेंसेक्स, निफ्टी में करीब 4 फीसदी गिरावट

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मुंबई| देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में करीब चार फीसदी गिरावट दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 3.90 फीसदी या 1,107.42 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 27,350.68 पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 3.68 फीसदी या 314.2 अंकों की गिरावट के साथ 8,224.10 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से तीन में पिछले सप्ताह तेजी रही। तीन शेयरों में सन फार्मा (2.52 फीसदी), कोल इंडिया (2.50 फीसदी) और आईटीसी (1.07 फीसदी) शामिल रहे।

सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले शेयरों में प्रमुख रहे टाटा स्टील (12.47 फीसदी), सेसा स्टरलाईट (10.82 फीसदी), गेल (9.76 फीसदी), भेल (9.17 फीसदी) और ओएनजीसी (7.90 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तीन फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप 3.71 फीसदी या 389.69 अंकों की गिरावट के साथ 10,108.60 पर और स्मॉलकैप 3.54 फीसदी या 406.21 अंकों की गिरावट के साथ 11,068.48 पर बंद हुआ।

गत सप्ताह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान गुरुवार 11 दिसंबर को भारत और रूस के बीच कई समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इसके तहत भारत में रूसी सहयोग से अगले दो दशकों में कम से कम 12 परमाणु बिजली घरों के निर्माण में तेजी लाई जाएगी। पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त घोषणा पत्र के मुताबिक रूस एक हाइड्रोकार्बन पाइपलाइन की व्यवहार्यता पर विचार किया जाएगा, जो रूस और भारत को जोड़ेगी।

दोनों नेताओं ने 2025 तक द्विपक्षीय वस्तु एवं सेवा व्यापार को बढ़ाकर 30 अरब डॉलर तक पहुंचाने और एक-दूसरे देश में निवेश को बढ़ाकर 15 अरब डॉलर से अधिक स्तर तक ले जाने का लक्ष्य रखा।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार आठ दिसंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.1 फीसदी या 10.1 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो प्रथम तिमाही में 1.7 फीसदी या 7.8 अरब डॉलर था और एक साल पहले दूसरी तिमाही में 1.2 फीसदी या 5.2 अरब डॉलर था।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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