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केंद्र ने यौन उत्पीड़न पर सेंट स्टीफेंस से मांगी रपट
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित कॉलेज सेंट स्टीफेंस के प्रधानाचार्य से कॉलेज के एक प्रोफेसर के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर रपट मांगी है। यह आरोप एक शोध छात्रा ने लगाया है। कॉलेज के प्रधानाचार्य वाल्सन थिम्पू ने से कहा, “इस संबंध में मंगलवार शाम नोटिस मिला। मैं मंत्रालय को रपट भेजूंगा।”
सूत्रों के अनुसार, छात्रा ने यह आरोप जिस प्रोफेसर के खिलाफ लगाए हैं, वह कॉलेज में बर्सर (वित्तीय प्रशासक) रह चुके हैं। बर्सर के रूप में प्रोफेसर सतीश कुमार को प्रधानाचार्य की अनुपस्थिति में उनसे संबंधित निर्णय लेने के अधिकार थे। कॉलेज प्रशासन के इतिहास में वह सबसे युवा बर्सर थे। बर्सर होने के कारण प्रोफेसर सतीश को कॉलेज की गवर्निग काउंसिल के सदस्य के रूप में स्वत: पदोन्नति मिल गई। सूत्रों का कहना है कि गवर्निग काउंसिल की बैठक में जब कई बार कॉलेज से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर प्रधानाचार्य की आलोचना होती थी तो प्रोफेसर सतीश ने कई बार उनका बचाव किया था।
पुलिस को दी सात पृष्ठों की शिकायत में शोध छात्रा ने आरोप लगाया है कि प्रोफेसर सतीश ने उसे प्रताड़ित किया। अक्टूबर 2013 में प्रोफेसर ने उसका यौन उत्पीड़न किया, लेकिन अपने करियर के डर से उसने इसका खुलासा नहीं किया। छात्रा का यह भी आरोप है कि उसने पिछले साल दिसंबर में कॉलेज के प्रधानाचार्य से इस बारे में शिकायत की तो उसकी मदद करने के बजाय उन्होंने उस पर प्रोफेसर सतीश के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए कहा।
नेशनल
दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।
स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।
नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”
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