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सीएम जीतन राम मांझी ने राज्यपाल को इस्तीफा दिया

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नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज बहुमत साबित करने से पहले ही हार मान ली और बिहार के मुख्यमंत्री पद से राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। और आरोप लगाया कि उनके समर्थक विधायकों को जान से मारने की धमकी तक दी गई। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर भी पक्षपात का आरोप लगाया।

मांझी ने एक संवददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने सुबह करीब 10.30 बजे राजभवन में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने हालांकि अब भी अपने पास 140 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया। लेकिन बकौल मांझी उन्होंने विधानसभा में पैदा हुए खराब हालात, समर्थकों को जान से मारने की धमकी, विधानसभा अध्यक्ष के पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण इस्तीफा देने का निर्णय लिया।

इस खबर के बाद नीतीश कुमार के समर्थकों में जश्न का माहौल है। मांझी को आज बिहार विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना था। पटना में गुरुवार को एक बार फिर बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें केंद्र में सत्तारूढ़ दल के विधायक मांझी सरकार को समर्थन देने के मूड में दिखे। बीजेपी प्रदेश नेतृत्व ने सदन में मांझी के विश्वास मत प्रस्ताव का समर्थन करने का फैसला ले लिया है।

गौरतलब बिहार में इस समय कोई पार्टी सत्तारूढ़ नहीं है। जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री थे, मगर पार्टी से निकाले जा चुके हैं। जद (यू) को अब सदन में विपक्ष का दर्जा मिल गया है और मांझी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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