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समिति की सिफारिश : विज्ञापन खर्च की भरपाई करे आप

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आपनई दिल्ली| केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली सरकार को पार्टी के विज्ञापनों पर खर्च की गई पूरी रकम की ‘सरकारी खजाने में प्रतिपूर्ति’ करने की सिफारिश की है। सरकारी विज्ञापनों में विषय-वस्तु के नियमन से जुड़े मुद्दों को सुलझाने को लेकर गठित समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में आप सरकार को सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के उल्लंघन का दोषी पाया है।

समिति ने दिल्ली के बाहर दिए गए आप के विज्ञापनों को लेकर भी आलोचना की है। एक अधिकारी ने कहा कि समिति ने कहा है कि अगर कुछ मुख्यमंत्री यह सोचते हैं कि वे ‘विशिष्ट’ हैं और उनकी नीतियां पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण हैं तो ऐसी राजनीतिक पार्टियों को ऐसे प्रचार का खर्च खुद उठाना चाहिए न कि संबंधित सरकार को।

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त बी.बी. टंडन की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति में ओगिल्वी एंड मैथर इंडिया के पीयूष पांडे और इंडिया टीवी के पत्रकार रजत शर्मा शामिल हैं। समिति ने अपनी इस सिफारिश में कांग्रेस नेता अजय माकन द्वारा दर्ज शिकायत पर संज्ञान लिया है।

समिति ने विज्ञापनों में दिल्ली से बाहर विज्ञापन देने, झूठे और भ्रामक और खुद की आत्मस्तुति जैसे कई मामलों में नियमों का उल्लंघन पाया है। आप ने इन विज्ञापनों में राजनीतिक विरोधियों और मीडिया पर भी निशाना साधा था।

समिति ने कहा है कि आप सरकार को अन्य राज्यों की घटनाओं को लेकर विज्ञापन जारी नहीं करना चाहिए था। सर्वोच्च न्यायालय के 13 मई, 2015 के आदेश के अनुसार राज्य सरकार के विज्ञापन उसकी सीमाओं से बाहर नहीं होने चाहिए, बल्कि राज्य में निवेश, व्यापार और प्रतिभा आकर्षित करने वाले होने चाहिए।

समिति ने हालांकि पूर्व कांग्रेस मंत्री की सत्तारूढ़ पार्टियों की अपनी वर्षगांठ मनाने से संबंधित विज्ञापनों को लेकर एक अन्य शिकायत को रद्द कर दिया, क्योंकि दिशानिर्देशों के अनुसार उन्हें इसकी इजाजत है।

समिति ने आप सरकार को आप का उल्लेख करते एडवटरेरियल्स (संपादकीय सामग्री के रूप में विज्ञापन) पर किए गए सभी खर्चो का आकलन करने का भी निर्देश दिया है। इनमें वे एडवटरेरियल्स भी शामिल हैं, जिनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष पर निशाना साधने का प्रयास किया है।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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