Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

‘वेतनभोगी चाहते हैं आयकर छूट सीमा 3 लाख रुपये हो’

Published

on

Loading

नई दिल्ली| आम बजट से वेतनभोगियों की क्या उम्मीदें हैं, इस पर एसोचैम द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि एक आम वेतनभोगी चाहता है ्कि आयकर छूट की सीमा तीन लाख रुपये तक हो। वेतनभोगियों की अन्य प्रमुख उम्मीदों के मुताबिक आवास ऋण पर कटौती सीमा पांच लाख रुपये तक हो और मेडिकल रीइंबर्समेंट भत्ता बढ़ाया जाए।

एसोचैम का यह सर्वेक्षण यहां गुरुवार को जारी हुआ। इसके मुताबिक, “92 फीसदी वेतनभागियों ने कहा कि सरकार को आयकर छूट की सीमा वर्तमान 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख कर देना चाहिए, ताकि आम आदमी के हाथ में अधिक रकम बचे।”

सर्वेक्षण में जवाब देने वालों में 55 फीसदी लोग 25-29 साल के थे, 26 फीसदी 30-39 साल के थे, 16 फीसदी 40-49 साल के थे और दो फीसदी 50-59 साल के थे।

इसमें 18 कारोबारी क्षेत्रों के वेतनभोगियों को शामिल किया गया, जिसमें सर्वाधिक 17 फीसदी कर्मचारी सूचना प्रौद्योगिकी और इसके सहायक क्षेत्रों के थे।

सर्वेक्षण में महिलाओं के लिए आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर चार लाख रुपये किए जाने की भी उम्मीद जताई गई।

सर्वेक्षण में मिली राय के मुताबिक सावधि जमा, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और पीपीएफ जैसी बचत योजनाओं पर कर छूट सीमा को भी बढ़ाकर 2.5 लाख किया जाना चाहिए।

सर्वेक्षण दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, चंडीगढ़, देहरादून जैसे शहरों में किया गया। प्रत्येक शहर में करीब 500 वेतनभोगियों से पूछताछ की गई।

सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया, “अभी आवास ऋण पर ब्याज कटौती की सीमा सालाना 1.5 लाख रुपये है। इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया जाना चाहिए। यह राय 78 फीसदी वेतनभोगियों ने दी।”

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending