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विवादित तांत्रिक चंद्रास्वामी का निधन

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नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)| विवादित तांत्रिक चंद्रास्वामी का मंगलवार को यहां निधन हो गया।

वह 66 वर्ष के थे। अपोलो अस्पताल ने एक बयान में कहा कि चंद्रास्वामी पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और हाल में उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। अस्पताल ने दोपहर में उनके निधन की घोषणा की।

नेमि चंद जैन के रूप में पैदा हुए चंद्रास्वामी प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तथा चंद्रशेखर के बेहद करीबी थे और इंदिरा गांधी के कई करीबी उनके खास मित्र थे। माना जाता है कि वह राव तथा चंद्रशेखर दोनों के आध्यात्मिक गुरु थे। उनके पिता राजस्थान के बेहरोर से थे और जब चंद्रास्वामी बहुत छोटे थे, तब उनका परिवार हैदराबाद चला गया था।

उन्होंने एक ज्योतिषी के रूप में प्रसिद्धि पाई, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क बनाए। वह अंतर्राष्ट्रीय हथियार व्यवसायी अदनान खशोगी के भी करीबी थे।

चंद्रास्वामी को वित्तीय अनियमितता के आरोपों का सामना करना पड़ा था। सन् 1996 में उन्हें लंदन के व्यवसायी से एक लाख डॉलर की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (फेरा) के मामले का भी सामना करना पड़ा था।

सन् 1991 में नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री बनने के तत्काल बाद चंद्रास्वामी ने दिल्ली के कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया में एक आश्रम का निर्माण किया, जिसे विश्व धर्मायतन सनातन के नाम से जाना जाता है। आश्रम के लिए जमीन इंदिरा गांधी ने आवंटित कराई थी।

माना जाता है कि चंद्रास्वामी ने ब्रिटेन के दिवंगत प्रधानमंत्री मार्गेट थैचर, ब्रुनेई के सुल्तान, बहरीन के शेख इसा बिन सलमान अल खलीफा, अभिनेत्री एलिजाबेथ टेलर तथा खाशोगी को भी आध्यात्मिक सलाह दी थी।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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