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प्रादेशिक

यूपी विधानसभा में वकील की हत्या मामले पर हंगामा

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लखनऊ। इलाहाबाद में एक वकील की दरोगा द्वारा गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के मामले को लेकर गुरुवार को विधानसभा में संपूर्ण विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और इस विषय पर चर्चा कराए जाने की मांग करने लगे। पीठ से अपनी मांग के अनुरूप निर्देश न मिलने पर पहले बहुजन समाज पार्टी और बाद में कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन किया।

सदन की कार्यवाही जैसे ही 11 बजे शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्य खड़े हुए और वकीलों के मामले में चर्चा कराये जाने की मांग विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे से करते हुए बसपा सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। उनके पीछे कांग्रेस और भाजपा सदस्य भी वेल में आ गए। सभी विपक्षी सदस्य कार्यवाही निलंबित कर इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर नियम 56 के तहत चर्चा कराने की बात कही। मौर्य ने कहा, “वकील की हत्या पर सरकार मजाक उड़ा रही है, इसीलिए सदन से हम वाकआउट करते हैं।”

भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार को इस घटना पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के ही लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने नियमों का हवाला देते हुए चर्चा कराने की मांग की। संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने कहा कि पहले बसपा, फिर कांग्रेस और भाजपा वेल में आई। ये लोग जनता का धन बर्बाद कर रहे हैं। यह हंगामा सिर्फ इसलिए हो रहा है कि ताकि मीडिया की सुर्खियां बना जा सके। उन्होंने कहा कि ताजुब्ब है कि नेता प्रतिपक्ष ने बिना कुछ बोले ही पूरी पार्टी को वेल में उतार दिया। यह इनका गैर जिम्मेदाराना रवैया है। इसके बावजूद भाजपा सदस्य वेल में डटे रहे।

हंगामे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पहले पंद्रह मिनट और बाद में दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तब कांग्रेस इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ी रही, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कर दिया। इससे नाराज कांग्रेस के सदस्य भी सदन से बहिर्गमन कर गए।

नेशनल

दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत

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नई दिल्ली| दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार रात एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से अस्पताल में आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार दमकल विभाग को रात 11:32 पर आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद मौके पर दमकल विभाग की 9 गाड़ियां भेजी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने 12 बच्चों को रेस्क्यू किया, जिनमें से 7 की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चे अस्पताल में एडमिट है। ईस्ट दिल्ली एडवांस्ड केयर हॉस्पिटल में बच्चों को एडमिट किया गया है दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिलते ही कुल नौ दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवजात शिशुओं की मौत पर स्वास्थ्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जो भी व्यक्ति दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सहानुभूति के सारे शब्द कम हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हादसे में, जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, हम उनके साथ खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज चल रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।

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