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अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी ह्युंडई शिपयार्ड जाएंगे

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सियोल/उल्सान| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दक्षिण कोरिया के दक्षिण पूर्वी शहर उल्सान के लिए रवाना हो गए, जहां वह ह्युंडई हैवी इंडस्ट्रीज (एचएचआई) शिपयार्ड जाएंगे। यह दुनिया की सबसे बड़ी जहाज निर्माण कंपनियों में से एक है। इससे पहले मोदी सियोल से गिमहे के लिए रवाना हुए थे, जहां से वह उल्सान जाएंगे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गिमहे पहुंच गए, जहां से वह उल्सान जाएंगे, जो कोरिया के औद्योगीकरण का गढ़ है।”

मोदी ने सोमवार को दक्षिण कोरिया की कंपनियों को भारत में और खास तौर से जहाज निर्माण में निवेश के लिए आमंत्रित किया था, जिसमें एलएनजी टैंकर भी शामिल है। दोनों देश जहाज निर्माण क्षेत्र में एक संयुक्त कार्य समूह गठित करने वाले हैं।

मोदी ने सुबह छठे एशियाई नेतृत्व मंच और भारत-आरओके सीईओ मंच को संबोधित किया और दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से बातचीत भी की।

अन्तर्राष्ट्रीय

रूस की सेना का बड़ा सैन्य अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेने का है आरोप

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मास्को। रूस में सेना के एक बड़े अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया अफसर रूस का मुख्य संचार निदेशालय का प्रमुख वादिम शमारिन है। इससे कुछ दिन पहले ही रिश्वत लेने के ही आरोप में रूस के उपरक्षा मंत्री को गिरफ्तार किया गया था।

रूसी समाचार एजेंसियों ने एक सैन्य अदालत का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें दो महीने के लिए हिरासत में रखा गया है, लेकिन मामले के अन्य विवरण नहीं बताए गए हैं। इससे पहले, इसी साल अप्रैल में, रक्षा उप मंत्री तैमूर इवानोव को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इवानोव सर्गेई शोइगु के करीबी सहयोगी थे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसी महीने शोइगु को रक्षा मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था। शोइगु को हटाए जाने के दो दिन बाद रक्षा मंत्रालय के कार्मिक निदेशालय के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल यूरी कुजनेत्सोव को रिश्वतखोरी के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि रक्षा अधिकारियों की गिरफ्तारी का यह संकेत नहीं है कि यह सेना के खिलाफ अभियान है। पेसकोव ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई एक सतत कार्य है, यह कोई अभियान नहीं है। यह लगातार चलता रहता है। यह हमारे कानून प्रवर्तन एजेंसियों की गतिविधि का अनिवार्य हिस्सा है।’’ यूक्रेन के साथ लड़ाई में कीव पर जल्दी कब्जा करने में रूस की विफलता के लिए शोइगु को व्यापक रूप से दोषी ठहराया गया था और निजी सेना के कमांडर येवगेनी प्रिगोझिन ने उन पर अक्षमता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। प्रिगोझिन ने जून 2023 में शोइगू को हटाने और सेना प्रमुख जनरल वेलेरी गेरासिमोव को हटाने की मांग करते हुए विद्रोह कर दिया था।

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