Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी ने वैंकूवर के गुरुद्वारे, मंदिर में मत्था टेका

Published

on

Loading

वैंकूवर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैंकूवर में खालसा दीवान गुरुद्वारा और लक्ष्मी नारायण मंदिर जाकर मत्था टेका। उनके साथ कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर भी मौजूद थे। खालसा दीवान सोसायटी का यह गुरुद्वारा वैंकूवर के दक्षिणी छोर पर स्थित है। मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में मोदी समर्थक एकत्रित हुए।

मोदी ने गुरुवार को गुरुद्वारे में कहा, “हमें जीवन को मानवता के रंगों से भरना चाहिए और मानवता की सेवा करनी चाहिए।” खालसा दीवान सोसायटी एक ऐतिहासिक सिख सोसायटी है। इसके एक अधिकारी ने कहा कि मोदी इस गुरुद्वारे का दौरा करने वाले भारत के तीसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पूर्व भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने वर्ष 1949 में और इंदिरा गांधी ने 42 साल पहले इसका दौरा किया था। गुरुद्वारा खालसा दीवान में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान गुजरात में लाखपत में गुरुद्वारा के पुनर्निर्माण का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि लाखपत स्थित गुरुद्वारा, जहां गुरु नानक 15 दिनों के लिए ठहरे थे, 2001 के भूकंप में ध्वस्त हो गया था और उसका पुनर्निर्माण सफलतापूर्वक किया गया।

प्रधानमंत्री ने गुरु नानक के संदेश का उद्धरण दिया, “कर्मभूमि पर फल के लिए श्रम सबको करना पड़ता है, रब सिर्फ लकीरें देता है, रंग हम सबको भरना पड़ता है।” उन्होंने कहा कि हम सबको जीवन में इंसानियत का रंग भरना चाहिए और मानवता की सेवा करनी चाहिए। वहीं, लक्ष्मी नारायण मंदिर में मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री हार्पर और कनाडा वासियों को उनका गर्मजोशी भरा स्वागत एवं मेहमाननवाजी करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने वहां जुटे लोगों से प्रकृति के साथ तालमेल बिठाते हुए जीवन जीने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हिन्दुत्व को एक जीवन पद्धति बताया है। उन्होंने उपस्थित जन-समूह से प्रकृति और करुणा के साथ संतुलन बनाते हुए वैज्ञानिक तरीके से जीवन जीने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में अपनाया है और 177 देशों ने भारत के प्रस्ताव का सह-प्रायोजन किया था। उन्होंने कहा कि योग में आधुनिक जीवन के तनाव पर विजय पाने में विश्व को मदद देने की काफी क्षमता है। उन्होंने लोगों से इस संदेश को प्रचारित करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री हार्पर ने कोमागाटामारू संग्रहालय का भी दौरा किया।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending