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प्रादेशिक

मुलायम के 76वें जन्मदिन में शामिल होंगे 1 लाख लोग, रहमान बिखेरेंगे संगीत का जादू

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लखनऊ/सैफई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव 21 नवंबर को अपने 76वें जन्मदिन पर इस बार अपनों के बीच रहेंगे। उनके जन्मदिन का जश्न उनके गांव सैफई में जोरदार तैयारी चल रही है। इसकी कमान स्वयं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संभाल रखी है। जश्न में मशहूर संगीतकार एआर रहमान अपने संगीत का जादू बिखेरेंगे।

मुलायम के जन्मदिन के जश्न में फिल्म, उद्योग, राजनीति और अन्य क्षेत्रों की देश की जानी-मानी हस्तियों समेत करीब एक लाख लोग शरीक होंगे। मशहूर संगीतकार एआर रहमान 300 लोगों की टीम के साथ संगीत का जादू बिखेरेंगे। देश के और भी जाने-माने कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। सपा सूत्रों के अनुसार, मुख्य समारोह 21 नवंबर को शाम सात बजे से आधी रात के बाद तक चलेगा। समारोह को यादगार बनाने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। सैफई का एथलेटिक्स स्टेडियम सपा के रंग में रंगा दिखने लगा है।

स्टेडियम में एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। बड़ी संख्या में मेहमानों के आगमन को देखते हुए गेस्ट हाउसों का रखरखाव किया जा रहा है। सैफई को सजाने-संवारने में इवेंट कंपनी की टीम अभी से जुट गई है। एआर रहमान की टीम के मैनेजर भी स्टेडियम का निरीक्षण कर चुके हैं। इस बीच सपा ने नेताजी (मुलायम सिंह) का जन्म दिन इस बार पूरे प्रदेश में समारोहपूर्वक मनाने का निर्णय लिया है। 22 नवंबर को हर जनपद में बूथ से लेकर जिला मुख्यालय स्तर पर समारोह होंगे।

बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह की इच्छा थी कि इस बार वह अपना जन्मदिन सैफई में ‘अपनों’ के बीच मनाएं। पहले कभी उनके जन्मदिन पर सैफई में बड़ा समारोह नहीं हुआ। पिता की इच्छा को भांपकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तत्काल भव्य समारोह की तैयारियां शुरू कराई है। उनके निर्देश पर मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप सिंह, बदायूं से सांसद धर्मेद्र यादव और परिवार के अन्य सदस्य जन्मदिन समारोह की तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटे हुए हैं।

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बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में मनाया जा रहा है 25वीं रजत जयंती का ब्रम्ह महोत्सव

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लखनऊ। बेंगलुरु “इस्कॉन मंदिर” में भगवान और समाज की सेवा की “25वीं रजत जयंती” के वर्षों को 21 अप्रैल से 03 मई तक चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का अविस्मरणीय अलौकिक दिव्य-भव्य “ब्रम्ह महोत्सव” पूजा-अर्चना समारोह आयोजित* हुआ है।

इस दरम्यान *प्रभु मधु पंडित व प्रभु चंचल पति , प्रभु लक्ष्मीपति और प्रभु अनंतवीर्य ने अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

सभी भक्तों को बताया कि *प्रभु पाद जी के त्याग और समर्पण भाव से प्रेरणा* लेनी चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी बताया गृहस्थ जीवन में भी सभी को नियमित ब्रम्हमुहूर्त में महामंत्र का जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण जी की गीता वाणी का अध्ययन करके अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। इस्कॉन मंदिर में काफी संख्या में भक्तगण राधा कृष्ण का दर्शन करके प्रसादम् और आशीर्वाद लेते हैं। संध्या काल में राधा-कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सभी आयु वर्गों के भक्तों की अत्यधिक उपस्थिति रहती है।

*बेंगलुरु में इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण भगवान और समाज की सेवा के 25वीं रजत जयंती के वर्षों को चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का “ब्रम्ह महोत्सव का उत्सव” 21 अप्रैल से 03 मई तक मनाया* जा रहा है। इसमें भाग लेने के लिए संपूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से भक्तजन आते हैं।

*इस्कॉन का हरे कृष्ण मंदिर*
इस्कॉन मंदिर (*International Society for Krishna Consciousness) बेंगलुरु की खूबसूरत इमारतों में से एक है*। इस इमारत में कई अत्याधुनिक सुविधाओं में *मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय* है। इस *मंदिर के अनुयाई सदस्यों व गैर-सदस्यों* के लिए यहां रहने की भी काफी उत्तम सुविधा उपलब्ध है। मालूम हो कि अपनी विशाल सरंचना के कारण *इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में बहुत प्रसिद्ध* है और इसीलिए *बेंगलुरु का सबसे मुख्य पर्यटन स्थान* भी है। इस मंदिर में आधुनिक और *वास्तुकला का दक्षिण भरतीय मिश्रण परंपरागत रूप से पाया जाता* है। मंदिर में अन्य संरचनाएं *बहु दृष्टि सिनेमा थिएटर और वैदिक पुस्तकालय*। मंदिर में भक्तों के लिए रहने कि सुविधाएं भी उपलब्ध है।

*इस्कॉन मंदिर के बैंगलुरु में छ: मंदिर हैं*

*राधा-कृष्ण मंदिर (मुख्य मंदिर)*
*कृष्ण-बलराम मंदिर,*
*निताई गौरंगा मंदिर (चैतन्य महाप्रभु और नित्यानन्दा),*
*श्रीनिवास गोविंदा (वेंकटेश्वरा)*
*प्रहलाद-नरसिंह मंदिर एवं श्रीला प्रभुपादा मंदिर*
*बैकुंठ हिल में तिरुपति बालाजी मंदिर और योग व भोग नरसिम्हा मंदिर*
उत्तर बेंगलुरु के राजाजीनगर में स्थित *राधा-कृष्ण का मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है*। इस *मंदिर का शंकर दयाल शर्मा ने सन् 1997 में उद्घाटन* किया था।

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